ब्रह्म कमल फूलों की घाटी में महक बिखेरने लगा है, पहली बार समय से पहले खिला ब्रह्मकमल
अभिज्ञान समाचार / चमोली।
राज्य पुष्प ब्रह्मकमल फूलों की घाटी सहित हेमकुंड वैली में अपनी महक दिखने लगा है। साथ ही साथ फूलों की घाटी में मॉनसून के बाद अन्य फूलों के दीदार भी होने लगे हैं। देव पुष्प ब्रह्मकमल कि उत्तराखंड में 28 प्रजातियां पाई जाती हैं। देव पुष्प ब्रह्मकमल उत्तराखंड में पंच केदार, पंगर चूला, भनाई, नीलकंठ, नंदीकुंड, कागभुसुंडि, संतोपथ, चेनाप घाटी, ड्याली सेरा, ऋषिकुंड, रुद्रनाथ और सहस्त्र ताल क्षेत्र में खिलता है। देवपुष्प ब्रह्माकमल अमुमन जुलाई के अंत तथा अगस्त में खेलता है लेकिन इस बार यह पुष्पित जून के अंतिम सप्ताह में खिल उठा है। प्रकृति प्रेमी रघुवीर सिंह चौहान व रामनारायण भंडारी श्री लोकपाल तीर्थ से लौटकर बताया कि इस बार राज्य पुष्प ब्रह्मकमल समय से पहले ही खिल गया है लोकपाल घाटी वह फूलों की घाटी में दुर्लभ ब्रह्मकमल खुशबू से महक रहे हैं।