उपराष्ट्रपति M. Venkaiah Naidu ने किया राज्यों से नई शिक्षा नीति (NEP) अपनाने का आग्रह
उपराष्ट्रपति M. Venkaiah Naidu ने राज्यों से देश में छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए नई शिक्षा नीति अपनाने का आग्रह किया है। उपराष्ट्रपति ने चेन्नई में राष्ट्रीय शिक्षा सम्मेलन के उद्घाटन भाषण में कहा कि प्राथमिक शिक्षा मातृ भाषा में ही दी जानी चाहिए।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत की सदियों पुरानी शिक्षा प्रणाली ने दुनिया भर के लोगों को यहां आकर शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया है। नायडू ने पूरे देश के शिक्षाविदों से डिजिटल सुविधाएं शुरू करने का आह्वान किया।
क्या है NEP?
भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी 2020), जिसे 29 जुलाई 2020 को भारत के केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित किया गया था, भारत की नई शिक्षा प्रणाली की दृष्टि को रेखांकित करती है। नई नीति शिक्षा पर पिछली राष्ट्रीय नीति, 1986 की जगह लेती है।] यह नीति प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक के साथ-साथ ग्रामीण और शहरी भारत दोनों में व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए एक व्यापक ढांचा है। नीति का उद्देश्य 2040 तक भारत की शिक्षा प्रणाली को बदलना है।
मालूम हो की इसके अनुमोदन से ही केंद्रीय सरकार राज्यों से आगरा कर रही है कि वह जल्द से जल्द इस नई शिक्षा नीति को अपनाएं लेकिन कुछ दक्षिण राज्य ऐसे हैं जहां पर नेताओं और लोगों में थोड़ा इसके प्रति संशय है।