जीवन मे धैर्य, अनुशासन और टीम वर्क का आधार है खेल : प्राचार्य
नरेंद्र नगरl धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर मे क्रीड़ा विभाग द्वारा राष्ट्रीय खेल दिवस पर विभिन्न क्रीड़ा प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गयाI क्रीड़ा प्रतियोगिताओं का शुभारंभ करते हुए प्राचार्य प्रो. राजेश कुमार उभान ने कहा कि खेल से हमे जीवन मे धैर्य, अनुशासन और टीम वर्क के साथ कार्य करने प्रेरणा मिलती हैI
खेल हमें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखता है जो कि जीवन मे सफलता का आधार हैI छात्र-छात्राओं को नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियों मे शामिल होने के लिए खेल सबसे अच्छा माध्यम हो सकता हैI इसलिए सभी को नियमित रूप से खेल को जीवन मे अपनाना चाहिएI एक विद्यार्थी खेल के माध्यम से विभिन्न प्रकार के व्यक्तित्व बढ़ाने वाले कौशल और आत्मविश्वास विकसित करता हैंI
खेल दिवस के अवसर पर आयोजित बालक वर्ग की बैडमिंटन प्रतियोगिता मे देव नौटियाल बी.एस.सी. तृतीय वर्ष, कैरम मे आदित्य बीo एo प्रथम वर्ष और टेबल टेनिस मे पवन धमन्दा बी.एस.सी. द्वितीय सेमेस्टर के छात्र विजेता रहें वही महिला वर्ग मे बैडमिंटन प्रतियोगिता मे रचना बीo एo प्रथम वर्ष कैरम मे कंचन बीo एo प्रथम वर्ष और टेबल टेनिस मे प्रतियोगिता मे राखी चक्रवर्ती को विजेता घोषित किया गयाI
इस अवसर पर क्रीड़ा प्रभारी डॉ. संजय कुमार ने बताया कि हाँकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद की जयंती के अवसर पर 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप मे मानते हैं जो कि हमारे खिलाड़ियों के सम्मान का भी प्रतीक हैंI इस अवसर पर सभी शिक्षण संस्थानो एवं विश्वविद्यालयों मे प्रत्येक वर्ष अनेक क्रीड़ा प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता हैं ताकि छात्र/छात्राओं को खेलो के प्रति जागरूक किया जा सकें और साथ ही खेलो मे बेहतर भविष्य निर्माण के लिए खेलो को अपने कैरियर के रूप मे भी अपना सकते हैंI
इस अवसर पर महविद्यालय के प्राध्यापकों मे प्रो. आशुतोष शरण, डॉ. सुधा रानी, डॉ. हिमांशु जोशी, डॉ. राजपाल सिंह रावत, डॉ. विजय प्रकाश, डॉ. सृचना सचदेवा, डॉ. सोनी तिलरा, डॉ. नताशा एवं कर्मचारियों मे दीपेन्द्र कोटीयल, सुरवीर दास, लक्ष्मी कठेत, अजय, आदित्य विशाल त्यागी, बैडमिंटन और टेबल टेनिस के एक-एक मैच मे प्रतिभाग कियाI साथ ही निर्णायक मण्डल के रूप मे महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाईI इस अवसर पर महविद्यालय परिवार का समस्त स्टाफ और छात्र/छात्राएं उपस्थित रहेंI