रुड़की|आपूर्ति निरीक्षक पर राशन डीलर ने मानसिक उत्पीड़ित का लगाया आरोप, आत्मदाह की चेतावनी
एक राशन डीलर ने खाद्य आपूर्ति अधिकारी पर गम्भीर आरोप लगाते हुए आत्मदाह की चेतावनी दी है।
डीलर का कहना है कि अधिकारी एक व्यक्ति विशेष को लाभ पहुँचाने की नीयत से बार-बार जांच के नाम पर उसका उत्पीड़न कर रहा है, इतना ही नही राशन डीलर ने अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा विभाग का सबसे भृष्ट अधिकारी बताया है, उसने बताया कि क्षेत्र के सभी डीलरों से ये अधिकारी महीना वसूलता है और ना मिलने के एवज में कोटा निरस्त करने तक कि धमकी देता है।
मामला रुड़की क्षेत्र के भंगेड़ी महावत गाँव का है, जहा आज गाँव के राशन डीलरों की जांच को खाद्य आपूर्ति विभाग की टीम गाँव मे पहुँची थी। हरिद्वार डीएसओ की अध्यक्षता में क्षेत्रीय अधिकारी और कर्मचारी गाँव की दो सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर पहुँचे जहा उन्होंने गाँव के लोगों सहित डीलरों से जानकारी ली। इसी दौरान गाँव ही राशन डीलर सत्तार ने रुड़की ब्लॉक के पूर्ति निरीक्षक हिमांशु रावत पर गम्भीर आरोप लगाए, डीलर ने बताया कि क्षेत्रीय अधिकारी हिमांशु रावत उनका मानसिक उत्पीड़न कर रहे है, बार-बार शिकायत का बहाना बनाकर जांच के नाम पर काम मे बाधा डालते है और कोटा निरस्त करने की धमकी देते है, डीलर से साफ कहा यदि हिमांशु रावत ने अपना व्यवहार नही बदला तो वह खाद्य आपूर्ति विभाग के सामने आत्मदाह करने को मजबूर होंगे।
वही गाँव के एक व्यक्ति ने राशन डीलरों की शिकायत अधिकारियों से की थी, और सूचना मांगी थी, शिकायतकर्ता का कहना है कि अधिकारियों ने सूचना देने की बजाए उन्हें टाल दिया जिसकी उन्होंने आयोग में अपील की है। वही अधिकारियों के निरीक्षण पर शिकायतकर्ता ने कहा कि उन्हें निरीक्षण की कोई जानकारी नही दी गई, अधिकारी खानापूर्ति कर राशन डीलरों को संरक्षण देने का काम कर रहे है, शिकायतकर्ता ने भी अधिकारियों के रवैये पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। अब सवाल ये उठता है कि जो अधिकारी नियम कायदे कानून को फॉलो कराने के लिए विभाग से मोटी रकम तनख्वाह के रूप में हासिल करते हो ऐसे अधिकारी पर भ्र्ष्टाचार जैसे गम्भीर आरोप सरकारी मशीनरी पर सवाल खड़े करती है।