ऋषिकेश हादसाः लापता महिला अधिकारी की तलाश में रेस्क्यू जारी, नहीं मिल रहा सुराग…
Uttarakhand News: उत्तराखंड में सोमवार शाम को हुए हादसे में अभी तक रेस्क्यू जारी है। एक हादसे ने जहां अधिकारियों की जिंदगियां छीन ली तो वहीं अभी तक लापता महिला अधिकारी की तलाश जारी है। कहीं कोई सुराग नहीं मिल रहा है। उनकी खोज के लिए एसडीआरएफ ने सोमवार को ही तकरीबन तीन घंटे अभियान चलाया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद तड़के से टीम रेस्क्यू में जुटी है।
बता दें कि ऋषिकेश और हरिद्वार क्षेत्र में राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क की चीला रेज है। यहां पर अभी तक पेट्र्रोल और डीजल गाड़ी की जिप्सी का प्रयोग किया जाता रहा है। लेकिन अब वन विभाग यहां इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रयोग करने की प्लानिंग में जुटा है। जिससे जंगली जानवरों को किसी तरह की समस्या न हो। इसी कड़ी में राजाजी पार्क की चीला रेंज में ट्रायल के लिए आए इलेक्ट्रिक इंटरसेप्टर वाहन ने कई जिदंगियों को छीन लिया। हादसे का शिकार हुए वाहन में कई अफसर व वनकर्मी सवार थे। हादसे में दो रेंजर समेत चार लोगों की मौत हो गई और वार्डन छिटककर चीला नहर में जा गिरीं। एक की अब भी तलाश की जा रही है।
गौरतलब है कि राजाजी पार्क की चीला रेंज में सोमवार को ट्रायल के लिए बुलाया गया इलेक्टि्रक वाहन (ईवी) दुर्घटनाग्रस्त होने से महिला अधिकारी नहर में बह गई। अधिकारी की तलाश में एसडीआरएफ की टीम ने सर्च अभियान चलाया, लेकिन अधिकारी का कुछ पता नहीं चल सका है। राजाजी प्रशासन को ये वाहन पेट्रोलिंग व जानवरों के रेस्क्यू के लिए मिला था। ट्रायल के लिए वाहन में वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी, वन क्षेत्राधिकारी शैलेश घिल्डियाल, उपवन क्षेत्राधिकारी प्रमोद ध्यानी, चिकित्सक राकेश नौटियाल के अलावा कुलराज सिंह, हिमांशु गोसाई, सैफ अली खान, अंकुश, अमित सेमवाल व अश्विन बीजू सवार थे।