अपने प्राणों को भारत माता के चरणों में न्यौछावर कर गई रानी लक्ष्मीबाई
रुड़की। भाजपा नेता व प्रदेश अध्यक्ष मानवाधिकार संगठन ब्यूरो उत्तराखंड के नेतृत्व में नगर स्थापित देश की 1857 की स्वतंत्रता क्रांति की वीरांगना झांसी की मराठा महारानी रानी लक्ष्मीबाई की नगर नहर किनारा स्थित प्रतिमा पर वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की 195वी जयंती पर पुष्पमाला पहनाकर व पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
श्रद्धांजलि दे भाजपा नेता एड नवीन जैन ने विचार व्यक्त कर कहा वीरांगना लक्ष्मीबाई का जन्म सन 19 नवंबर 1828 को वारणसी में हुआ था। जैन ने वीरांगना लक्ष्मीबाई के भारत माता के प्रति 1857 क्रांति में बलिदान की गाथा पर सम्पूर्ण जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वीरांगना लक्ष्मीबाई ने उस वक्त जब जीवन की दिनों को खुशीयो में बिताने का समय होता हैं।
उस समय अपनी समस्त इच्छाओं के स्वार्थ को छोड़कर भारत माता की आज़ादी के लिए मर्दाना ताकत साहस व शौर्य से ऊपर उठकर अंग्रेजी हुक्मरानों फिरंगी सल्लनत के दाँत खट्टे कर अपने प्राणों को भारत माता के चरणों में न्यौछावर कर बलि कर दिए थे हम ऐसी वीरांगना बलिदानी मातृसक्ति के बलिदान दिवस पर भारत माता की आज़ादी के लिए किए बलिदान को नतमस्तक हो नमन करते है। हम वीरांगना के जयंती पर राष्ट्र हित आदर्शो व सिद्धांतो पर चलने की शपथ ले।
देश मे एकता व अखण्डता का झंडा बुलंद कर हमेशा राष्ट्रदायित्व निभाते रहेंगे। इसी क्रम में पूर्वी मंडल भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष नील कमल शर्मा ने कहा कि स्वतंत्र भारत की समस्त मातृशक्ति से हम ऐसे शौर्य व साहस की मिसाल रानी लक्ष्मीबाई के आदर्शों को अंगीकार करने की अपील करतें ताकि भारत माता को शर्मिदंगी न उठानी पड़े। इस अवसर पर जैन समाज अध्यक्ष नरेंद्र जैन, एडवोकेट रामगोपाल शर्मा, एडवोकेट आशीष पंडित, सुधीर चौधरी, अनुज आत्रेय, नीरज कपिल, सुमित बिरला, नरेश कुमार नागियांन, सचिन गोंड़वाल, अनिल कुमार, दर्शन, संजय कुमार, विक्की, बब्बी भाई, हरीश सिंह आदि मौजूद रहे।