विश्व एड्स दिवस पर जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
- NSS व जिला क्षय निवारण केंद्र, नरेन्द्र नगर के संयुक्त तत्वाधान में विश्व एड्स दिवस पर जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
- एड्स कोई बीमारी नही, लेकिन पीड़ित शरीर अपनी प्राकृतिक प्रतिरोधी क्षमता खो देता है–डॉo दीक्षा किमोठी
नरेन्द्र नगरI धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेन्द्र नगर में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई व जिला क्षय निवारण केंद्र, नरेन्द्र नगर के संयुक्त तत्वाधान में विश्व एड्स दिवस पर जन जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन किया गया I
कार्यक्रम का शुभारम्भ महाविद्यालय के प्राचार्य और जिला क्षय निवारण केंद्र की डॉo दीक्षा किमोठी ने माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर कियाI इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉo किमोठी ने कहा कि एड्स कोई बीमारी नही, लेकिन पीड़ित शरीर अपनी प्राकृतिक प्रतिरोधी क्षमता खो देता है I इसकी मुख्य वजह होता है एचआईवी वाइरस जो संक्रमण के कारण होता है I जिसका पूरा नाम ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस है जिससे शारीर में संक्रमण फैलता हैI
इसके फैलने के कुछ कारण हो सकते है जैसे असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाने, संक्रमित व्यक्ति के रक्त के माध्यम या गर्भावस्था में प्रसव के दौरान संक्रमित माँ से बच्चे तक एचआईवी फैल सकता है I उन्होंने जोर देकर कहा कि एचआईवी एड्स के सबसे अधिक मामले असुरक्षित यौन संबंध बनाने के कारण देखने को मिलते है I साथ ही कहा कि यदि समय पर सही उपचार लिया जाये तो संक्रमित व्यक्ति 10 से 15 साल तक आगे जीवित रह सकता है I इसलिए हम सभी को मिलकर समाज को इस महामारी के प्रति आम व्यक्तियों को जागरूक करना होगा तभी हम इससे अपने समाज को बचा सकते हैI
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोo राजेश कुमार उभान ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि जागरूक युवा किसी भी राष्ट्र की रीड होता है। इसलिए इस प्रकार की बिमारियों के प्रति यदि हमारा युवा जागरूक रहता है तो हम अपने समाज और राष्ट्र को बचाने में कामयाब हो सकते हैI साथ ही कहा की सुरक्षा में ही बचाव है जो कि अपने प्रति ईमानदारी से ही संभव हैI
कार्यक्रम का संचालन करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉo संजय कुमार ने बताया कि सन 1997 से एक दिसम्बर हम को विश्व एड्स दिवस के रूप में मानते रहे है जिसका मुख्य उद्देश्य समाज को एचआईवी एड्स के संक्रमण के विषय में जागरूक करना है ताकि इस बीमारी से बचा जा सके I मौजूदा समय में वैश्विक आकड़ों के मुताबिक लगभग 3.7 करोड़ से अधिक व्यक्ति एचआईवी एड्स के संक्रमण के शिकार है, और लगभग सात लाख व्यक्तियों की मौत हो गयी हैं I
कार्यक्रम में डॉo उमेश चन्द्र मैठाणी, डॉo शैलजा रावत और डॉo जितेन्द्र नौटियाल ने स्वंयसेवकों से अपने विचार साझा करते हुए कहा कि एचआईवी संक्रमण एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या हैI एचआईवी संक्रमण शारीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को टारगेट कर शारीर को कमजोर करता है। इम्युनिटी कमजोर होने से गम्भीर प्रकार के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है और आगे चलकर यह एड्स का रूप ले लेता हैI एचआईवी संक्रमण एक लाइलाज समस्या है जिसकी अभी तक कोई दवाई या टीका नही बना है I जबकि विशेषज्ञों के अनुसार एचआईवी से बचाव के कुछ उपाय बताये है यदि हम सभी पालन करके एड्स के खतरे से बच सकते हैI
छात्र-छात्राओं से तनवीर आलम, अंजलि रावत,और प्रिंस ने भी एचआईवी संक्रमण पर अपने विचार सभी के साथ साझा किये I
कार्यक्रम के समापन पर डॉo संजय कुमार ने जिला क्षय निवारण केंद्र, नरेन्द्र नगर की टीम डॉo दीक्षा किमोठी और श्री शांति प्रसाद बिजल्वान ने विचार रखते हुए धन्यवाद दियाI
कार्यक्रम में डॉo उमेश चंद्र मैठाणी, डॉo शैलजा रावत, डॉo स्रचना सचदेवा, डॉo विजय प्रकाश, डॉo शैलजा रावत, डॉ सुधा रानी,डॉo सपना कश्यप, डॉo हिमाशु जोशी, डॉ नताशा, डॉ चन्दा नौटियाल, डॉ जितेन्द्र नौटियाल, डॉ रश्मि उनियाल, डॉo ईरा सिंह, डॉ ज्योति शैली, श्रीमती बबिता भट्ट, श्री सुरवीर दास, जग्वेंद्र पंवार श्रीमती लक्ष्मी कैठेत, समस्त स्टाफ के साथ छात्र/छात्राओं में नमन, राघव, शिवम्, अभिषेक राखी, सानिया, तनवीर, अंकित,ख़ुशी,पवन धामंदा, शिवांग, अंजलि रावत, सुमित, अंकुश, अंजलि, दीक्षा भंडारी, आस्था, शिवानी, प्रिया धामंदा, सार्थक, शिवानी, नेहा मुस्कान,रोहित, आकाश, गायत्री, आयुष, संजना रमोला, निशा, विनीता,राहुल आदि सभी स्वंसेवक उपस्थित रहेंI