राष्ट्रीय पुरस्कार लेकर लौटे ललित शौर्य का हुआ अभिनंदन

पिथौरागढ़: राजस्थान से राष्ट्रीय पुरस्कार लेकर लौटे युवा बालसाहित्यकार ललित शौर्य को स्वदेशी सनातन संघ द्वारा नगर पालिका सभागार में सम्मानित किया गया। स्वदेशी सनातन संघ के प्रदेश अध्यक्ष ललित धानिक, जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह लुंठी, विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष जगदीश पांडेय द्वारा संयुक्त रूप से शौर्य को शॉल एवं स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में बोलते हुए ललित धानिक ने कहा कि ललित शौर्य साहित्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड का नाम रोशन कर रहे हैं। उनके राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्पूर्ण सीमांत गौरवान्वित है। स्वदेशी सनातन संघ की पूरी कार्यकरिणी शौर्य को सम्मानित कर गौरव का अनुभव कर रही है।
सनातन संघ के जिलाध्यक्ष महेंद्र लुंठी ने कहा कि संघ हमेशा समाज में अच्छे कार्य करने वालों को प्रोत्साहित करता आया है। ललित शौर्य की इस उपलब्धि पर हमने उनका सम्मान करने की योजना बनाई। ललित शौर्य की पुस्तकें एवं उनका मोबाइल नहीं पुस्तक दो अभियान पिथौरागढ़ की पहचान बन चुकी हैं।

विहिप के जिलाध्यक्ष जगदीश पांडेय ने भी ललित शौर्य के बाल साहित्य को प्रेरणादायी बताया। उन्होंने कहा कि बाल साहित्य नई पीढ़ी में सूचना, संस्कार को प्रेषित करने का उचित माध्यम है।

इस अवसर पर लाखन ठकुराठी, सागर जोशी, शांति प्रसाद फुलेरा, ललित पुनेड़ा, अशोक भंडारी, ललित पाटनी, अशोक सिंह रावत समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।राजस्थान से राष्ट्रीय पुरस्कार लेकर लौटे युवा बालसाहित्यकार ललित शौर्य को स्वदेशी सनातन संघ द्वारा नगर पालिका सभागार में सम्मानित किया गया। स्वदेशी सनातन संघ के प्रदेश अध्यक्ष ललित धानिक, जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह लुंठी, विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष जगदीश पांडेय द्वारा संयुक्त रूप से शौर्य को शॉल एवं स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में बोलते हुए ललित धानिक ने कहा कि ललित शौर्य साहित्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड का नाम रोशन कर रहे हैं। उनके राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्पूर्ण सीमांत गौरवान्वित है। स्वदेशी सनातन संघ की पूरी कार्यकरिणी शौर्य को सम्मानित कर गौरव का अनुभव कर रही है।

सनातन संघ के जिलाध्यक्ष महेंद्र लुंठी ने कहा कि संघ हमेशा समाज में अच्छे कार्य करने वालों को प्रोत्साहित करता आया है। ललित शौर्य की इस उपलब्धि पर हमने उनका सम्मान करने की योजना बनाई। ललित शौर्य की पुस्तकें एवं उनका मोबाइल नहीं पुस्तक दो अभियान पिथौरागढ़ की पहचान बन चुकी हैं।

विहिप के जिलाध्यक्ष जगदीश पांडेय ने भी ललित शौर्य के बाल साहित्य को प्रेरणादायी बताया। उन्होंने कहा कि बाल साहित्य नई पीढ़ी में सूचना, संस्कार को प्रेषित करने का उचित माध्यम है।
इस अवसर पर लाखन ठकुराठी, सागर जोशी, शांति प्रसाद फुलेरा, ललित पुनेड़ा, अशोक भंडारी, ललित पाटनी, अशोक सिंह रावत समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।

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