महंगाई: उत्तराखंड में सफर में करना हुआ महंगा, बस और ऑटो का बढ़ा किराया…
उत्तराखंड के लोगों को मंहगाई का एक और झटका लगा है। राज्य में सफर करना अब महंगा हो गया है। उत्तराखंड में यात्री वाहनों और माल भाड़ा वाहनों का किराया 15 से 25 फीसद तक बढ़ गया है। जिसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। फिलहाल, नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अथॉरिटी ने निजी बसों का मूल किराया 20 परसेंट बढ़ाया है। यात्री वाहनों के किराये में जहां 15 से 27 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है, वहीं मालभाड़े में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। इस बार ई-रिक्शा और एंबुलेंस के भी रेट तय किए गए है। देखें नए रेट..
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार रोडवेज और निजी बसों के लिए मैदानी मार्गों पर किराया 105 पैसे से बढ़ाकर 128 पैसे और पर्वतीय मार्गों पर 150 पैसे से बढ़ाकर 183 पैसे प्रति किमी कर दिया गया है।
- चारधाम यात्रा पर चलने वाली बसों का किराया 55 रुपये से बढ़ाकर 70 रुपये कर दिया गया है।
- सिटी बसों का किरासा अब सात रुपये से बढ़कर 9 रुपये प्रति दो किमी हो जाएगा।
- दो किलोमीटर तक ऑटो से जाने पर अब 50 रुपये की जगह 60 रुपये देना होगा।
- मैदानी मार्गों पर टैक्सी का किराया 14 रुपये से बढ़ाकर 16 रुपये प्रति किमी कर दिया गया है।
- पर्वतीय मार्गों पर 16 से बढ़ाकर 18 रुपये प्रति किमी कर दिया गया है।
- फस्र्ट टाइम ई-रिक्शा और रेंटल बाइक का किराया भी तय
- ई-रिक्शा में बैठने वाली सवारी को अब 12 रुपये प्रति एक किमी की दर से किराया देना पड़ेगा। ई-रिक्शा में चार सवारी बैठाने की अनुमति है।
- ऑटो का किराया शुरुआती दो किलोमीटर के लिए 50 से बढ़ाकर 60 रुपये किया गया।
- पांच से सात सवारी क्षमता वाले टैंपो का किराया पहले दो किलोमीटर के लिए 40 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया गया है।
- एंबुलेंस का किराया आम सहमति न बनने के कारण तय नहीं हो पाया।
- किराया बढ़ोत्तरी उत्तराखंड के सीमा क्षेत्र में ही लागू होगी।
आईएसबीटी से घंटाघर तक का किराया
-सिटी बस–18 रुपए
-विक्रम –20 रुपए
-ई-रिक्शा–30 रुपए प्रति सवारी
-ऑटो — 90 रुपये प्रति तीन सवारी
-इलेक्ट्रिक बस – 15 रुपये