राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता ने यूसर्क और डॉल्फिन इंस्टीट्यूट के साथ किया एमओयू पर हस्ताक्षर
DEHRADUN: कौशल विकास, शोध और अकादमिक कार्यों में ज्ञान को साझा करने के अलावा छात्रों में लर्निंग स्किल्स को प्रयोगात्मक रूप से बढाए जाने जाने के लिए राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता ने यूसर्क और डॉल्फिन इंस्टीट्यूट से एमओयू साइन किये।
उल्लेखनीय है कि गत दिवस देहरादून में यूसर्क की निदेशक प्रोफेसर (डॉ) अनिता रावत , डॉल्फिन इंस्टीट्यूट के निदेशक अशोक कुमार गुप्ताऔर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर विनोद अग्रवाल के बीच इस आशय के अलग-अलग समझौता पत्रों पर हस्ताक्षर किए गए ।
इस अवसर पर यूसर्क निदेशक ने कहा कि वैज्ञानिक एवं कौशल विकास कार्यक्रमों के द्वारा प्रदेश के छात्र -छात्राएं लाभान्वित हो रहे हैं ।
आज के समझौता पत्र इसी श्रृंखला की एक कड़ी हैं। इस प्रकार के प्रयासों से हमारे विद्यार्थियों को उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम लाभ प्राप्त होगा। यूसर्क द्वारा प्रदेश के विद्यार्थियों की लर्निंग स्किल्स को प्रयोगात्मक रूप से बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
इस अवसर पर डाल्फिन संस्थान के चेयरमैन अशोक कुमार गुप्ता ने इसे एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि बताया और कहा कि यूसर्क के प्रयास से डाल्फिन संस्थान एवं मालदेवता पी जी कॉलेज के विद्यार्थियों को आगे बढ़ने में सहायता प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि डाल्फिन संस्थान की प्रयोगशालाओं में उपलब्ध संसाधनों का लाभ प्रदेश के छात्र छात्राओं को प्राप्त हो सकेगा।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता देहरादून के प्राचार्य डॉ विनोद अग्रवाल ने कहा कि तीनों संस्थान मिलकर शोध एवं अकादमिक कार्य करेंगे जिसका लाभ प्रदेश के छात्र छात्राओं को मिलेगा। अवसर पर यूसर्क के वैज्ञानिक डॉ ओम प्रकाश नौटियाल, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता के डॉ एम एस पवार, डॉ सुमन सिंह गुसांई, डाल्फिन संस्थान की प्राचार्य प्रोफेसर शैलजा पतं, प्रोफेसर वर्षा , डाॅ अरविंद गुप्ता एवं डाॅ भवतोष शर्मा मुख्य रूप से उपस्थित रहे।