जब धर्म को केंद्र में रखकर भारत की सत्ता चलेगी, तभी भारत विश्वगुरु बनेगा: ग़ोपाल मणि महाराज
धेनुमानस गौ कथा का आज सातवां दिन
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गौमाता को राष्ट्रमाता के पद पर प्रतिष्ठा दिलवाने को देहरादून में चल रही भव्य गौ कथा
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राम राज्य की स्थापना गौमाता को प्रतिष्ठा दिए बिना संभव नहीं
देहरादून। गौ माता राष्ट्र माता अभियान के अग्रदूत गोपाल मणि महाराज की व्यास पीठ से एक श्लोगन निकला कि राम सम्भाले सत्ता-गाय सम्भाले जनता। महाराज जी बता रहे हैं कि ज्ञान, ध्यान, इन्द्रियां व धर्म गौमाता है। पुराणों में तीन शक्तियाँ हैं धन शक्ति महालक्ष्मी है, जन शक्ति महाकाली है, ज्ञान शक्ति महासरस्वती है। गाय माता ही ज्ञान स्वरूपा हैं, जिन्होंने गाय से मुखमोड़ दिया है वही अज्ञानी है। अज्ञानी अर्थात महिसासुर।
गोपाल मणि महाराज ने कहा कि गौमाता जब स्वयं चाहेगी तब ही गौमाता राष्ट्र माता के पद पर सुशोभित होगी। अपने अंदर का अज्ञान अर्थात महिषासुर का अंत कर गौमाता को स्वीकार करो। भारत यदि पुनः धर्मरथ पर बैठ जाये तो विश्वगुरु बन सकता है। धर्म की मूल गौमाता है। जिस दिन भारत में गौमाता का कटना बंद हो जाय, रक्त बहना बंद हो जाय, उसी दिन भारत विश्वगुरु हो जायेगा। क्योंकि गौमाता ही भारत माता है। गौमाता के आचरण को हम अपने जीवन में अवश्य उतारें। गौमाता की प्रतिष्ठा के लिये 22 सितम्बर से प्रारम्भ हो रही गौ ध्वज यात्रा 25 अक्टूबर को देहरादून में पहुँचेगी उस दिन इस यात्रा में लाखों लोग देहरादून पहुंचेंगे।
इस अवसर पर भारतीय गौक्रान्ति मंच के संरक्षक मनोहर लाल जुयाल, सूर्यकांत धस्माना, बलवीर सिंह पंवार, शूरवीर सिंह मतुड़ा, राकेश नौटियाल, यशवंत सिंह रावत, डॉ जनानंद नौटियाल, तेजराम नौटियाल, आनन्द सिंह रावत, सक्षम, विमला नौटियाल, नरेन्द्र रौथाण, डॉ सीता जुयाल, डॉ राकेश नौटियाल, आनन्द सिंह रावत, सत्यप्रसाद भट्ट, वासुदेव चमोली, कामिनी मोहन नौटियाल, महावीर खंडूड़ी, सूरतराम डंगवाल, देवेंद्र पाल सिंह, राम, तेजराम नौटियाल, आनन्द सिंह रावत, आचार्य राकेश सेमवाल ,ऋषिराज उनियाल, आचार्य राकेश, रविन्द्र राणा, पार्षद राकेश पंडित, अनुसूया प्रसाद उनियाल, अशोक मिश्रा, बृजलाल रतूड़ी, मीडिया प्रभारी डॉ रामभूषण बिजल्वाण सहित हजारों लोग उपस्थित रहे।