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आलेख

जलवायु परिवर्तन की चेतावनी: उत्तराखंड में असमय खिल उठा बुरांश!

जलवायु परिवर्तन की चेतावनी: पहाड़ों का गहना, उत्तराखंड का राजकीय फूल बुरांश, इस बार किसी उत्सव की सूचना नहीं, बल्कि खतरे की घंटी बजा रहा है. फरवरी में ही ये लाल रंग के शानदार फूल खिल गए हैं, जिसने पर्यावरणविदों और स्थानीय लोगों की चिंता…

ऐतिहासिक कदम: आदिवासी क्षेत्रों के लिए 5.15 अरब रुपये का सौर ऊर्जा कार्यक्रम हुआ स्वीकृत

Climate कहानी : एक ऐतिहासिक घटनाक्रम में भारत सरकार ने आदिवासी समुदायों के जीवन में उजाला करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम जनजन्म) के तहत विशेष रूप…

COP28 ने बढ़ाई क्लाइमेट फ़ाइनेंस की गाड़ी

Climate कहानी : इस साल का संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन, COP28, क्लाइमेट फ़ाइनेंस पर एक महत्वपूर्ण फोकस के साथ संपन्न हुआ। साथ ही, अगले साल के लिए, कार्य प्रगति और वादों का एक मिला जुला अनुभव भी यह छोड़ा गया है। COP28 वैसे तो …

ग्रीन हाइड्रोजन जलवायु ही नहीं, जल संकट के लिहाज़ से भी सबसे बेहतर विकल्प

साभार - Climate कहानी हाइड्रोजन ब्रह्मांड में मिलने वाला सबसे सरल तत्व और सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला पदार्थ है। जब हाइड्रोजन जलती है, तो यह ऊष्मा के रूप में ऊर्जा उत्पन्न करती है। इस प्रक्रिया में उप-उत्पाद के रूप में पानी बनता…

सर्दियों में अंकित को गिरने का आदी मत होने दीजिये!

प्रस्तुति : दीपमाला पाण्डेय दो दिन पहले की  बात है। कुछ बच्चों से पता चला कि आठ साल का अंकित स्कूल आते समय रास्ते में गिर गया। अंकित को वैसे भी चलने में समस्या है। पूछ ताछ करने पर पता चला कि ठंड की वजह से उसके पैर अचानक से मुड़ जाते हैं…

Renewable Energy का रुख करने से, तेल की बढ़ती कीमतों के बावजूद, 3.5 ट्रिलियन डॉलर की हो सकती है बचत

Climateकहानी श्रृंखला : एक प्रमुख वैश्विक अर्थशास्त्र कंसल्टेंसी, कैंब्रिज इकोनोमेट्रिक्स की एक हालिया रिपोर्ट, तेल और गैस की कीमतों में वृद्धि की स्थिति में, रिन्यूबल एनेर्जी का रुख करने में तेजी लाने के महत्वपूर्ण वित्तीय लाभों को…

दुनिया का एक तिहाई भोजन पैदा करने वाले किसानों को अंतरराष्‍ट्रीय क्लाइमेट फाइनेंस का मिलता है मात्र …

Climate कहानी: दुनिया में उत्‍पादित कुल भोजन के एक तिहाई हिस्‍से का उत्‍पादन करने वाले लघु स्‍तरीय किसानों को अंतरराष्‍ट्रीय क्लाइमेट फाइनेंस या  जलवायु वित्‍त का महज 0.3 प्रतिशत हिस्सा ही नसीब होता है। दुनिया के साढ़े तीन करोड़ पुश्तैनी,…

प्रदूषण और बर्थ डिफेक्ट्स: सिर्फ़ सर्दियों में नहीं, साल भर जनसहभागिता के साथ कार्यवाही ज़रूरी

प्रस्तुति:  दीपमाला पाण्डेय आजकल उत्तर भारत में एयर पॉल्यूशन, एक्यूआई, स्मोग टावर, पराली, ऑड ईवन फॉर्मूला आदि काफ़ी चर्चा में है। पिछले कुछ सालों से हर साल सर्दियों में यह सब शब्द चर्चा का केंद्र बनने लगते हैं और एक दो महीने में फिर…

क्लीन एनर्जी मिनिस्टीरियल वार्ता: प्रदूषण मुक्त ऊर्जा व्यवस्था की उम्मीदों पर फिर गया पानी

निशांत सक्सेना आलेख। भारत की मेजबानी में इस साल गोवा में चौथी G20 एनर्जी ट्रांज़िशन वर्किंग ग्रुप (ETWG) की बैठक आयोजित की गयी। उम्मीद थी कि इस बैठक के नतीजे दुनिया को प्रदूषण मुक्त ऊर्जा व्यवस्था की ओर बढ्ने में मदद करेंगे। मगर इस बैठक के…

घटने की जगह बढ़ गयी है दुनिया की कोयला आधारित स्‍टील निर्माण क्षमता

निशांत सक्सेना  आलेख। ग्‍लोबल एनर्जी मॉनिटर (Global Energy Monitor) की ताजा रिपोर्ट यह कहती है कि दुनिया में स्‍टील उत्‍पादन के लिये ‘ब्‍लास्‍ट फर्नेस- बेसिक ऑक्‍सीजन फर्नेस’ पद्धति का इस्‍तेमाल करने वाली कोयला आधारित उत्‍पादन क्षमता…
Khatron Ke Khiladi Season 14 : जानिए कौन हैं इस बार के Contestant? Benefits of Mushrooms : जानिए मशरूम सेहत के लिए कितने फायदेमंद.. Happy Birthday Salman Khan: जानिए! भाई जान से जुड़े कुछ ख़ास Facts…