अयोध्या: प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के बाद विराजमान हुए रामलला, वैदिक मंत्रोच्चार के साथ जय श्री राम की ध्वनि से गुंजायमान हुई अयोध्या
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के गर्भगृह में विधिविधान के साथ प्राण-प्रतिष्ठा के बाद कहा हमारे प्रभु श्री राम आ गए हैं..
- PM ने ‘देव से देश और राम से राष्ट्र’ की चेतना के विस्तार का मंत्र भी दिया
अयोध्या: श्रीरामलला का बहुप्रतीक्षित प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान सोमवार को शुभ मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर के गर्भगृह में प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान में समग्र राष्ट्र का नेतृत्व किया। उन्होंने गर्भगृह में रामलला की प्रतिमा का अनावरण किया। मुख्य पुरोहितों के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, उत्तरप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान पूजा-अर्चना की। रघुपति राघव राजा राम भजन के बीच हेलीकॉप्टरों ने आकाश से मंदिर परिसर में पुष्पवर्षा की। प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री ने मंदिर में साष्टांग प्रणाम किया और साधु संतों का आशीर्वाद लिया। मोदी को राम मंदिर की चांदी की प्रतिकृति भेंट की गयी।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि जहां राम का काम होता है वहां हनुमान अवश्य होते हैं, उन्हें भी प्रणाम. उन्होंने सभी दिव्य शक्तियों को भी नमन किया. उन्होंने प्रभु श्री राम से माफ़ी मांगते हुए कहा कि हमारे त्याग व तपस्या में कोई कमी रह गयी होगी कि हम यह काम नहीं कर पाए. परन्तु प्रभु राम की कृपा और हमारे लोगों के कठिन प्रयासों से यह हो पाया है. उन्होंने न्यायपालिका का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि आज पूरा देश दीपावली मना रहा है इसके अंतर्गत आज शाम पूरा देश राम ज्योति जलाएंगे.
प्रधानमंत्री ने अपनी धनुषकोडी की यात्रा का विवरण व अनुभव भी साझा किया. उन्होंने कहा कि सागर से सरयू तक प्रभु राम के रंग में हैं. उन्होंने अपने 11 दिनों के व्रत अनुष्ठान का अनुभव बताते हुए कहा कि विभिन्न भाषाओं में उन्होंने रामायण का श्रवण किया, जो दिखाता है कि पूरा देश राममय है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर के संघर्ष व निर्माण के साक्षी सभी के त्याग व परिश्रम को वंदन है. उन्होंने तत्कालीन समय के लोगों को सन्देश देते हुए कहा जो कहते थे कि ‘राम मंदिर बनेगा तो आग लग जायेगी’ ऐसा नहीं है राम आस्था व शान्ति के प्रतीक हैं आज देख लीजिये.
उन्होंने कहा कि रामराज्य स्थापित हो गया है अब भारत के निर्माण एवं विकास का ‘यही समय है सही समय है’. उन्होंने देव से देश और राम से राष्ट्र की चेतना के विस्तार का मंत्र भी दिया. उन्होंने कहा कि यह भारत के विकास का अमृत काल है. हमें चूकना नहीं है, हमें रुकना नहीं है. उन्होंने देश की युवा पीढ़ी का आह्वान किया और अपने प्रयासों और लक्ष्यों को निर्धारित कर भविष्य के भारत की तस्वीर लिखने की प्रेरणा दी. इस दौरान PM मोदी ने मंदिर निर्माण के सभी श्रमवीरों का पुष्पवर्षा कर सामान भी किया. उन्होंने सियावर रामचंद्र की जयघोष के साथ अपना संबोधन समाप्त किया.
इस दौरान उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला के प्राणप्रतिष्ठा अनुष्ठान में शामिल सभी महानुभाओं का अभिवादन करते हुए सभी को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि प्रभु राम के इस मंदिर के लिए बलिदान देने और संघर्ष करने वालों को पूरा देश याद कर रहा है और नमन करता है. उन्होंने सभी देशवासियों को राम लला विराजमान की शुभकामनाएं दीं. साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने राम लला विराजमान की पूरे देश को शुभकामनाएं दीं. साथ ही कहा कि सैकड़ों वर्षों की प्रतीक्षा आज सम्पन्न हुई और रामलला विराजमान हो गए. उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए संघर्षरत सभी भक्तों को भी याद किया.
इस ऐतिहासिक अवसर पर उद्योगपति मुकेश अंबानी, सुनील मित्तल और अनिल अंबानी, अभिनेता अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, रजनीकांत, रणवीर कपूर, चिरंजीवी, कंगना राणावत, माधुरी दीक्षित, कैटरीना कैफ, आलिया भट्ट और खेल जगत से सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले, वेंकटेश प्रसाद और साइना नेहवाल सहित समाज के सभी वर्गों के लोग उपस्थित थे। पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. दैवेगौडा, तेलगू देसम पार्टी प्रमुख एन. चन्द्रबाबू नायडू और अनेक जानीमानी हस्तियों ने भी इस आयोजन में भाग लिया। देश के सभी प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक पंथ के प्रतिनिधि भी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए। काशी के डोमराजा प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के लिए चुने गए चौदह मुख्य यजमानों में शामिल थे। प्राण प्रतिष्ठा से पहले जाने माने गायक सोनू निगम, अनुराधा पोडवाल और शंकर महादेवन ने राम भजन गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।