उपलब्धि: नरेंद्र नगर महाविद्यालय को मिले तीन रिसर्च प्रोजेक्ट्स..

मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना में धर्मानंद राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर के तीन प्रोफेसर शोधार्थियों की शोध परियोजनाएं शासन ने की स्वीकृत

नरेन्द्र नगर। प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षा की गुणवत्ता एवं शोध को बढ़ावा देने के लिए संचालित मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना में धर्मानंद राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर के तीन प्रोफेसर शोधार्थियों की शोध परियोजनाएं उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड शासन द्वारा स्वीकृत की गई है।

स्वीकृत शोध प्रस्तावों में मनोविज्ञान विभाग से डॉ0 सपना कश्यप पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग से डॉ0 सृचना सचदेवा तथा पर्यटन अध्ययन विभाग से डॉ0 विजय प्रकाश भट्ट की शोध परियोजनाओं को शोध विशेषज्ञों के निर्णायक मंडल ने दो चरणों के सम्यक मूल्यांकन के बाद स्वीकृत किया हैं।

महाविद्यालय के पर्यटन अध्ययन विभाग से “आदि कैलाश परिक्षेत्र में समुदाय आधारित सतत पर्यटन विकास” पर कार्य किए जाने के लिए डॉ विजय प्रकाश भट्ट को रु 6,53,750/- का अनुदान स्वीकृत हुआ है। वहीं पत्रकारिता विभाग की डॉ सृचना सचदेवा को “द इंपैक्ट ऑफ़ मिसइनफॉरमेशन एंड फेक न्यूज़ स्प्रेड थ्रू सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स रूरल पापुलेशन इन उत्तराखंड” के लिए रु 8,16,075/- की अनुदान राशि तथा मनोविज्ञान विभाग की डॉ0 सपना कश्यप द्वारा प्रस्तुत शोध परियोजना “कैरियर रेडीनेस थ्रू डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ऑफ गवर्नमेन्ट स्कूल स्टूडेंट्स ऑफ उत्तराखंड एट द टाइम ऑफ ट्रांजीशन” के लिए रु 4,05,000/- स्वीकृत किए गए हैं।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत प्रदेश के समस्त उच्च शिक्षण संस्थानों से शोध प्रस्ताव आमंत्रित किए गए थे। जिसमें 485 प्राध्यापकों द्वारा शोध प्रस्ताव प्रस्तुत किये गये थे, राज्य शोध एवं विकास प्रकोष्ठ तथा चयन एवं मूल्यांकन समिति की व्यापक चयन प्रक्रिया के उपरांत प्रदेश भर के 44 शोध प्रस्तावों पर स्वीकृति की अंतिम मोहर लग पाई है जिसमें अकेले धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय, नरेंद्रनगर के तीन शोध प्रस्तावों को स्वीकृति मिली है। शोध प्रकोष्ठ द्वारा प्राध्यापक शोधार्थियों को 50 प्रतिशत अनुदान राशि की पहली किस्त जारी की जा चुकी है।

नैक प्रत्यायन में बी प्लस मिलने के बाद यह पहला अवसर है जब महाविद्यालय के लिए शोध प्रस्ताव स्वीकृत किए गए हैं, जिसे एक नई शुरुआत की पहली उपलब्धि माना जा रहा है। महाविद्यालय से तीन शोध प्रस्तावों की स्वीकृत मिलने पर प्राचार्य प्रोफेसर आर के उभान, प्राध्यापकों एवं कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त किया है। यह जानकारी कॉलेज मीडिया प्रभारी डॉ विक्रम सिंह बर्त्वाल ने दी।

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