पतंजलि चारे के नाम पर साइबर ठगी करने वाले गिरोह का किया चमोली पुलिस ने पर्दाफाश!
पुलिस ने पतंजलि चारे के नाम पर देश भर में साइबर ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के 2 अभियुक्तों को बिहार से किया गिरफ्तार कर लिया है
चमोली पुलिस की ओर से अभियुक्तों को ट्रांजिट रिमांड पर बिहार से चमोली ले आये हैं। जिन पर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस ने बताया की बीती अक्टूबर माह में संजय सिंह चौहान पुत्र देवेन्द्र सिंह चौहान निवासी ग्राम भ्यूंडार थाना गोविन्दघाट में लिखित तहरीर देकर उनके पिता देवेन्द्र चौहान (81) से गूगल के माध्यम से ऑनलाइन पंतजलि गाय चारा मंगवाने हेतु नम्बर सर्च किया गया। जिसके उपरांत इनके पिताजी सर्च की गयी। जानकारी पर डॉ सुनील गुप्ता पंतजलि मोबाइल नंबर 6290480709 प्रदर्शित हुआ। जिस नंबर पर कॉल करने पर उक्त व्यक्ति ने चारे की डिलीवरी हेतु रुपये 9,860 की मांग की गयी एंव 5 अक्टूबर को रुपये 5,100 रजिस्ट्रेशन फीस व रुपये 25,000 सिक्योरिटी के तौर पर मांग की गयी। पुनः 6 अक्टूबर को अभियुक्तों ने 17,220 रुपये की मांग की गयी। जिसका भुगतान पतंजलि आर्युवेद लिमिटेड पंजाब नेशनल बैंक बहादराबाद हरिद्धार की शाखा के नाम पर किया गया। लेकिन इसके पश्चात भी उनको गाय का चारा नही पहुंचाया गया। जिस पर अपराध की गम्भीरता देखते हुए पुलिस अधीक्षक चमोली श्वेता चौबे महोदया द्धारा अभियोग में अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु एक संयुक्त टीम गठित की गयी। गठित टीम द्धारा घटना में प्रयुक्त बैंक खातों तथा अभियुक्तों द्धारा शिकायतकर्ता से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी। साथ ही सर्विलांस सैल व आधुनिक तकनीकों का प्रयोग कर अभियुक्तों की लोकेशन के सम्बन्ध में जानकारी की गयी तो ज्ञात हुआ कि अभियुक्त पटना बिहार में छिपे हुए हैं, जिस पर तत्काल टीम को बिहार रवाना किया गया। पुलिस टीम द्धारा अथक मेहनत व प्रयास से घटना में संलिप्त 2 अभियुक्तों परमानन्द पुत्र रघुनन्दन दास निवासी भगवान गंज उम्र-60 वर्ष व राजा बाबू पुत्र रामजी बाबू निवासी भगवान गंज उम्र 28 वर्ष को दिनांक 12 मार्च को भगवानगंज पटना से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तों को स्थानीय न्यायालय से ट्रांजिट रिमाण्ड प्राप्त कर उत्तराखण्ड लाया गया। मामले में अग्रिम कार्रवाई की जा रही है। मामले में एसपी ने पुलिस टीम को 25 सौ का नगद इनाम देने की घोषणा भी की है।
पुलिस की पूछताछ में ये तथ्य आये सामने
साइबर ठगी के मामले में अभियुक्तों से पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आया है कि यह संगठित गिरोह देशभर में कई लोगों के साथ धोखाधडी कर चुके हैं। राजा बाबू द्धारा बताया गया कि वह खाता खुलवाने व मोबाइल नंबर को लिंक करवाने के मुख्य एंजेट के रुप में कार्य करता है। हमारे ग्रुप का लीडर आजाद है जो नालंदा बिहार का रहने वाला है मै और आज़ाद ग्रुप के अन्य लोगो के साथ मिलकर गांव के भोले भाले लोगो को विश्वास में लेकर यह बताकर कि आपके खाते में सरकारी योजनाओं के पैसें आयेगें जिसके बाद उनके बैंक खाते खुलवाते थे । गिरोह के मास्टरमाइंड द्धारा मुझे 5000 रुपये व फर्जी सिम लाकर दिया जाता है और बताया जाता है कि जब भी आप कोई खाता खुलावाओ उसमें ये फर्जी आईडी से लिए नम्बर को रजिस्टर करवा देना । खाता खुलवाने व फर्जी आईडी से लिए मोबाइल नंबर को लिंक करवाने के बाद गिरोह के मास्टरमाइंड को एटीएम कार्ड व फर्जी सिम दे देते है जिससे वो लेन देन कर सके। जिसमें 2500 रुपये में खाताधारक के खाते में डालता हूं व 2500 रुपये कमीशन के तौर पर अपने लिए ऱखता हूं।आज़ाद की गिरफ्तारी के लिए नालंदा बिहार में दबिश दी जाएगी।