राजकीय महाविद्यालय नैनबाग व थत्यूड़ में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
थत्यूड़। मंगलवार को राजकीय महाविद्यालय नैनबाग में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के रेड रिबन क्लब के तत्वाधान में कार्यक्रम अधिकारी संदीप कुमार के दिशा- निर्देशन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें भाषण प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम में वैचारिक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने हेतु जागरूक करने के साथ-साथ उनके खिलाफ होने वाले शोषण के विरुद्ध आवाज उठाने और अपने अधिकार, कर्तव्य, समानता आदि के प्रति जागरूक करने के लिए प्रेरित किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ अर्चना गौतम ने स्वयं सेवियों को लैंगिक समानता हेतु स्त्रियों के साथ भेदभाव न करने व उन्हें प्रत्येक क्षेत्र में समानता देने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में डॉ ब्रीश कुमार , डॉ परमानंद चौहान, डॉ दिनेश चंद्र, डॉ मधुबाला जुवांठा, चतर सिंह आदि ने अपने -अपने विचारों के माध्यम से स्वयंसेवियों को जागरूक करने का प्रयास किया। इस अवसर महाविद्यालय के छात्र नेता अर्जुन सिंह कैंतुरा, कर्मचारियों में अनिल सिंह नेगी, रोशन सिंह रावत, सुशील चंद्र और स्वयंसेवियों में काजल पंवार प्रतिभा, चंचल चौहान, निकिता, संध्या, रवीना रावत, सुनैना, सोनिका ,शीतल , रोशन वर्मा, प्रिया रावत, स्वाति रमोला, साक्षी, संदीप ,आशिका, नीलम, काजल तोमर आदि स्वयंसेवी उपस्थित रहें।
वहीं राजकीय महाविद्यालय थत्यूड़ में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एवं रेड रिबन क्लब के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में एक दिवसीय शिविर के अंतर्गत स्वच्छता अभियान एवं बेहतर कल के लिए लैंगिक समानता लाने के सुझाव और सशक्त भारत में महिलाओं की भूमिका विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के संचालक डॉ. संदीप कश्यप एवं डॉ.संगीता सिदोला ने सभी औपचारिकताएं पूर्ण करते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की। मुख्य अतिथि थाना थत्यूड़ की उपनिरीक्षक सुश्री दीपिका ने विभिन्न महिला सुरक्षा कानून एवं उपाय की जानकारी देते हुए गौरा देवी ऐप के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। महाविद्यालय की प्राध्यापिका डॉ. संगीता खड़वाल ने महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महिला को महिला न समझ कर एक व्यक्ति समझा जाए और उसे उसके आधारभूत अधिकारों से वंचित न किया जाए। डॉ.संगीता सिदोला ने इस वर्ष के महिला दिवस की थीम बताते हुए विभिन्न तथ्यात्मक जानकारी साझा की। भाषण प्रतियोगिता व कविता पाठ में छात्रों ने बढ़- चढ़कर हिस्सा लिया छात्र हिमांशु नौटियाल की कविता ने सभी को भावुक कर दिया। छात्रा तानिया चमोली, शिवानी कुशल, दीपिका चमोली व सपना चमोली ने अपने विचार प्रकट किए व कविता पाठ किया।
महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. पंकज पांडे जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महिला को पहला सम्मान उसके जन्म पर उत्सव मना कर दिया जा सकता है। वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ.संगीता कैंतूरा ने सेक्स और जेंडर के मूलभूत अंतर को स्पष्ट किया। महाविद्यालय की प्राध्यापिका डॉ. शीला बिष्ट ने पहाड़ों में स्त्री के जीवन की समस्याओं को अपने अनुभव के आधार पर साझा किया। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. संदीप कश्यप ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि लिंग भेद को समाप्त करने की शुरुआत हमें अपने परिवार से ही करनी चाहिए। तभी हम महिला सशक्तिकरण के लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे। कार्यक्रम में थाना थत्यूड़ से राहुल थापा, महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. अनिल कुमार, डॉ. राजेश सिंह, डॉ. कुंवर सिंह, डॉ.अखिल गुप्ता, डॉ. बिट्टू सिंह, डॉ. अंचला नौटियाल व अनुसेवक महावीर गौड़ उपस्थित रहे।