एक शिक्षक ऐसा भी: चुनाव आयोग को लिखा पत्र, हर जगह हो रही चर्चा
न्यूज डेस्क। आज आपको एक ऐसे शिक्षक के बारे में बताते हैं जो लोकतंत्र में चुनाव को एक महापर्व मानते हैं और जिन्होंने भविष्य में भी चुनाव में निशुल्क सेवा देने की ठानी है। दरअसल चमोली जनपद में तैनात एक शिक्षक ने अनूठी पहल करते हुए चुनाव में ड्यूटी लगाने पर किसी तरह का मानदेय लेने से साफ इनकार किया है। चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्होंने अनुरोध किया है कि वह वर्तमान से लेकर भविष्य में होने वाले सभी चुनावों में निशुल्क सेवाएं देंगे।
यह भी पढ़ें : रूस-यूक्रेन युद्ध का 11वां दिन: यूक्रेनी सेना का पलटवार जारी, अब तक 364 नागरिकों की मौत
चुनावों में विभिन्न स्तर पर लोग अलग-अलग रूप में इसमें अपनी भागीदारी निभाते हैं। खासकर चुनाव के समय शिक्षकों से लेकर अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों की इसमें ड्यूटी लगती है। जिसके लिए उन्हें चुनाव आयोग की ओर से निर्धारित टीए (यात्रा भत्ता) और डीए (महंगाई भत्ता) का भुगतान किया जाता है। एक ओर जहां चुनाव ड्यूटी हटवाने को लेकर लोग खासे चिंतित रहते हैं। वहीं पोखरी ब्लॉक के राजकीय इंटर कॉलेज गोदली में तैनात शिक्षक धन सिंह घरिया ने चुनाव ड्यूटी लगने पर किसी भी तरह का मानदेय लेने से इनकार किया है। उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र भेजकर कहा है कि लोकतंत्र के किसी भी स्तर पर होने वाली निर्वाचन प्रक्रिया में भागीदारी करना वह अपना कर्तव्य समझते हैं। इसलिए वह वर्तमान चुनाव प्रक्रिया में तैनाती के साथ ही भविष्य के किसी भी चुनाव में ड्यूटी लगने पर टीए और डीए के तहत मिलने वाले मानदेय के लिए दावा नहीं करेंगे। उन्होंने आयोग से अनुरोध किया है कि उन्हें निर्वाचन प्रक्रिया में भागीदारी के लिए किसी भी तरह का मानदेय न दिया जाए। साथ ही यह भी अनुरोध किया है कि भविष्य में होने वाले चुनावों में वह निरंतर निस्वार्थ भाव सेवा करने की इच्छा रखते हैं।