न्यूज डेस्क/अभिज्ञान समाचार। अभी दुनिया कोविड के वैरिएंट omicron से जूझ ही रही है कि कोविड के एक नए वैरिएंट की खबरें सामने आने लगी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो एक और अलग वैरिएंट आ चुका है। IHU नामक इस नए वेरिएंट के बारे में आज हम आपको सारी जानकारी देंगे। Omicron अभी भी नया है और इसके व्यवहार और संक्रमित करने की क्षमता को समझने के लिए दुनिया भर में बहुत रिसर्च और शोध चल रहे हैं।
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बताते चलें कि omicron में अब तक 32 म्यूटेशन की पहचान की गई है, जो मौजूदा टीकों के लिए अधिक प्रतिरोधी माने जाते हैं। लेकिन अब यह नया स्ट्रेन वायरस को समझने में हुई सभी प्रगति को पटरी से उतारने की धमकी दे रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि B.1.640.2 वेरिएंट में 46 म्यूटेशन हैं, जो इसे टीकों के प्रति और भी प्रतिरोधी बनाता है। IHU की खोज 10 दिसंबर को फ्रांस में हुई थी और तब से वहां के वैज्ञानिक इस पर शोध कर रहे हैं। इसकी उपस्थिति का पता पहली बार मार्सिले में IHU भूमध्य संक्रमण के विशेषज्ञों द्वारा लगाया गया था। इसे अफ्रीका के एक देश कैमरून की यात्रा से जोड़ा गया है। 24 नवंबर को अफ्रीका के दक्षिणी हिस्से में भी omicron की खोज की गई और इसने तेजी से दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया। दिसंबर की शुरुआत में फ्रांस में मार्सिले के पास नए आईएचयू के कम से कम 12 मामले सामने आए। माना जा रहा है कि ये कैमरून से लौटे इंडेक्स केस से जुड़े हैं। क्लस्टर की खोज के बाद अनुसंधान शुरू हुआ।medRxiv पर पोस्ट किए गए एक पेपर के अनुसार, जीनोम अगली पीढ़ी के अनुक्रमण द्वारा ऑक्सफ़ोर्ड नैनोपोर टेक्नोलॉजीज के साथ ग्रिडियन उपकरणों पर प्राप्त किए गए थे। इसके अनुसार उत्परिवर्तन के कारण 14 अमीनो एसिड प्रतिस्थापन और 9 अमीनो एसिड विलोपन हुए हैं जो स्पाइक प्रोटीन में स्थित हैं।
जानिए विशेषज्ञों की राय
B.1.640.2 वेरिएंट को किसी अन्य देश में अभी नहीं पाया गया है और डब्ल्यूएचओ ने अभी इसे जांच के दायरे में डालने का ऐलान नहीं किया है। इस बीच वायरस विशेषज्ञ एरिक फेइगल डिंग ने कहा है कि नए वेरिएंट आ रहे हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे ज्यादा खतरनाक होंगे। उन्होंने कहा कि अभी यह देखना होगा कि यह नया वेरिएंट किसी श्रेणी में आता है। इससे पहले 24 नवंबर 2021 को ओमीक्रोन वेरिएंट का दक्षिण अफ्रीका में पता चला था। अब तक यह 100 देशों में फैल चुका है।