देश की एकता, अखंडता व जनक्रांति के प्रतीक हैं श्रीदेव सुमन: प्रो0 उभान

अमर शहीद श्रीदेव सुमन की शहादत दिवस पर नरेंद्र नगर महाविद्यालय मे श्रद्धांजलि सभा आयोजित

श्रीदेव सुमन शहादत दिवस..नरेन्द्रनगर I टिहरी जन क्रांति के नायक अमर शहीद श्रीदेव सुमन के बलिदान दिवस पर धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय मे श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर महाविद्यालय परिवार ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। प्राचार्य प्रोo राजेश कुमार उभान  ने छात्र-छात्राओं से श्रीदेव सुमन के जीवन चरित्र का अध्ययन कर उनके आदर्शों को आत्मसात करने का आह्वान कियाI
उन्होंने लोकतांत्रिक स्थापना के लिए श्री देव सुमन के राजशाही के विरुद्ध किए गए संघर्ष एवं टिहरी जेल में उन्हें दी गई यात्त्नाओं को याद किया। डॉ उभान ने कहा कि आज हमें लोकतंत्र की सुलभ ताजी हवा सुमन जैसे बलिदानियों के संघर्ष का परिणाम है।

 

सभा मे अमर शहीद श्रीदेव सुमन की जीवनी पर बोलते हुये डॉo विक्रम बर्तवाल ने बताया कि 1947 से पूर्व भारत में राजे-रजवाड़ों का बोलबाला था। कई जगह जनता को अंग्रेजों के साथ उन राजाओं के अत्याचार भी सहने पड़ते थे। श्रीदेव ‘सुमन’ की जन्मभूमि उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल में भी यही स्थिति थी। उनका जन्म 25 मई, 1916 को बमुण्ड पट्टी के जौल गांव में श्रीमती तारादेवी की गोद में हुआ था। इनके पिता श्री हरिराम बडोनी क्षेत्र के प्रसिद्ध वैद्य थे।
प्रारम्भिक शिक्षा चम्बा और मिडिल तक की शिक्षा उन्होंने टिहरी से प्राप्त की। संवेदनशील हृदय होने के कारण वे ‘सुमन’ उपनाम से कवितायें लिखते थे I 1944 में टिहरी में बढ़ रहे राजशाही के अत्याचारों के विरोध में उन पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज हुआ और गिरफ्तार कर लिया गया था। जेल में ही राजशाही के खिलाफ भूख हड़ताल की और 84 दिन की भूख हड़ताल के बाद 25 जुलाई को उन्होंने जेल में शरीर त्याग दिया।
जेल कर्मचारियों द्वारा उनके पार्थिव शरीर को रात में ही भागीरथी और भिलंगना नदी के संगम में फेंक दिया गया था I सुमन ने अल्पायु में ही काल के कपाल पर अपने शौर्य ,त्याग और सत्याग्रही संघर्ष की अमिट रेखाएं खींची है, जो रियासत की सीमाओं के उस पार भी हमेशा जीवंत रहेगी। उन्होंने श्री दत्त बडोनी से ‘सुमन सौरभ’और अंत में श्री देव सुमन से लोक विख्यात इस अमर स्वतंत्रता सेनानी की 28 वर्षीय अल्पकालिक जीवन यात्रा एवं 84 दिन की भूख हड़ताल को आने वाली पीढ़ियों के लिए लोकतांत्रिक दृष्टिकोण से प्रेरणादाई बताया।
डॉ विक्रम सिंह बर्तवालकार्यक्रम का संचालन करते हुये राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉo संजय कुमार ने कहा कि टिहरी को राजशाही से मुक्त कराने और सभी को एक सामान अधिकार दिलाने वाले युवाओं के आदर्श अमर शहीद श्रीदेव सुमन के शहादत दिवस पर उनको शत-शत नमन करते हैंI सभा मे उपस्थित सभी प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं छात्र/छात्राओं द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुये अपने विचार प्रकट किएI श्रद्धांजलि सभा का समापन पौधा रोपण के साथ हुआI श्रद्धांजलि सभा में कॉलेज प्राध्यापक डॉ संजय कुमार ,डॉ संजय मेहर, डॉ यू सी मैठानी, डॉ राजपाल रावत,डॉ बीपी पोखरियाल, डॉ जितेंद्र नौटियाल, डॉ अली ,डॉ सपना कश्यप ,डॉ नताशा, डॉ सुधा, डॉ सोनी ,डॉ आराधना, डॉ ज्योति ,डॉ विजय प्रकाश, डॉ चेतन, डॉ देवेंद्र कुमार ,विशाल त्यागी ,शूरवीर दास, गणेश पांडे ,लक्ष्मी,गिरीश जोशी, भूपेंद्र, शीशपाल, आदित्य ,अजय आदि प्राध्यापक एवं कर्मचारियों विशेष रूप से उपस्थित रहे।
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