नरेंद्र नगर: देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत 12 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 13 मार्च से..
नरेंद्र नगर: सशक्त युवा,सशक्त उत्तराखंड,सशक्त भारत एवं मेरा कौशल-मेरी पहचान’ को चरितार्थ करने के उद्देश्य से उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू की गई देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत 12 दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर में 13 मार्च से 24 मार्च 2024 तक आयोजित होगा। यह जानकारी पर्यटन विभाग के विभागाध्यक्ष एवम प्रशिक्षण नोडल डॉ0 संजय महर ने दी।
बताते चलें कि उत्तराखंड शासन एवं भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अहमदाबाद, गुजरात के भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान के विशेषज्ञ उद्यमिता शिक्षा में छात्र छात्राओं को पारंगत कर रोजगार की सशक्त राह सुनिश्चित करेंगे। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो0 राजेश कुमार उभान बताते हैं कि शिक्षित युवाओं को स्वरोजगार, स्टार्ट अप एवं उद्यमिता के क्षेत्र में कौशल संवर्धन एवं रोजगार हेतु प्रेरित करने के उद्देश्य से इस प्रशिक्षण का संचालन महाविद्यालय में किया जा रहा है।
नवोन्मेष, नवाचार, स्टार्टअप, उद्यमिता आइडियाज, समस्या का चुनाव, बिजनेस वैल्यू, ब्रांडिंग, फंडिंग, उद्यमिता शिक्षा, उत्तराखंड उत्पाद, पर्यटन एवं आतिथ्य उद्योग, जैम, जेली, स्क्वैश, अचार, योग, आयुर्वेद, हर्बल, एरोमेटिक मेडिसिनल प्लांट्स, फ्लोरीकल्चर, कैंपसाइट, होमस्टे के क्षेत्र में संभावनाएं, छात्र उद्यमिता, देवभूमि उद्यमिता योजना एवं इसके सशक्त प्रभावीकरण पर उद्यमिता के क्षेत्र में कार्य कर रहे विषय विशेष विशेषज्ञों द्वारा भी छात्र छात्राओं को प्रशिक्षित किया जाना है।
स्टार्ट अप में कार्य कर रहे उद्यमियों द्वारा उद्यमिता एवं स्टार्टअप के व्यावहारिक प्रशिक्षण उद्यमिता एवं रोजगार पर व्याखान दिए जाने हैं। बताते चलें कि उच्च शिक्षा में अध्यनरत छात्राओं को उद्यमिता एवं रोजगार हेतु बूट कैंप के आयोजन के माध्यम से इस देवभूमि उद्यमिता योजना के माध्यम से प्रेरित किया जाएगा। स्टार्टअप एवं उद्यमिता की संस्कृति विकसित करने के उद्देश्य से राजकीय महाविद्यालय नरेन्द्रनगर में उद्यमिता विकास केन्द्र द्वारा ‘ स्टार्ट-अप ‘ विषय पर भी चिंतन और मंथन किया जाना है।
स्व-रोजगार की भावना को विकसित कर विकसित भारत एवं न्यू इंडिया विजन के शशकतीकरण हेतु युवाओं में उद्यमशीलता का होना आवश्यक है। छात्र-छात्राओं को स्टार्ट-अप के लिए आइडिया क्रिएशन होना स्पष्ट जरूरी है। आज के दौर में किसी भी स्टार्ट-अप के लिए नवाचार, नवोन्मेष एवं उद्यमिता हेतु सृजनशीलता आवश्यक है तभी चुनौतियों के बीच जोखिम प्रबन्धन के माध्यम से उद्यमिता में सफलता हासिल की जा सकती है जिसे ई.डी.पी.प्रशिक्षण के माध्यम से छात्र-छात्राओं में उद्यमिता की भावना विकसित कर उनके हुनर को तलाशा जाएगा।