‘फ्रेमवर्क ऑफ़ यूथ 20‘ पर भाषण प्रतियोगिता में मनीषा चमोली अव्वल
नरेन्द्रनगर। धर्मानन्द उनियाल राजकीय महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा आन्तरिक मूल्याकंन एवं आश्वासन प्रकोष्ठ के तत्वावधान में खेल एवं युवा मंत्रालय भारत सरकार के ‘फ्रेमवर्क ऑफ़ यूथ 20‘ पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में Y-20 के द्वारा निर्धारित विषयों पर छात्र छात्राओं द्वारा अपनी अभिव्यक्ति को मंच दिया गया।
महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ यू0 सी0 मैठाणी ने इस अवसर पर कहा कि कि वर्तमान दौर कौशल संबर्धन का दौर है और युवाओं के लिए ऐसे वैश्विक मंच अपने कौशल प्रर्दशन के साथ ही अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने के मंच के तौर पर उभर रहे हैं। जरूरत है तो बस ठान लेने की फिर कोई भी मुश्किल युवा छात्रों के हौसले के आगे छोटी पड जाती है।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ संजय कुमार ने छात्र-छात्राओं का मनोबल बढाते हुए उन्हें सोशल मीडिया और मोबाइल के सकारात्मक प्रयोग के लिए प्रेरणा दी और साथ ही उन्होंने कहा कि यह मंच युवाओं के विचारों को आगे ले जाने का मंच है जिसे जरिए नीति निर्धारण में मद्द मिलने के साथ ही विश्व को एक नया मुकाम हासिल करने में सक्षम होगा।
डॉ विजय प्रकाश भट्ट ने वाई-20 के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर देशों के बीच परस्पर सहयोग के लिए अनेकों संगठन कार्यरत है और उन संगठनों में जी-20 समूह महत्वपूर्ण है जो कि 17 सत्त विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति के एकजुट होकर कार्य कर रहा है और इस संगठन का वाई-20 समूह युवाओं के विचारों को समावेशित करने का मंच है।
कार्यक्रम में उपस्थित डॉ सृचना सचदेवा, डॉ जितेन्द्र नौटियाल ने भी अपने विचार साझा किये। भाषण प्रतियोगिता में मनीषा चमोली ने शांति निर्माण और सुलहः युद्ध रहित युग की शुरूआत विषय पर अपने विचार रखे और प्रथम स्थान प्राप्त किया। तुषार अरोडा ने स्वास्थ्य, सेहत और खेल विषय पर अपनी बात रखी और द्वितीय स्थान प्राप्त किया तो वहीं काजल बिष्ट ने साझा भविष्यः लोकतंत्र और युवा विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किये और तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम में डॉ राजपाल रावत, डॉ सुधा रानी, डॉ शैलजा रावत, डॉ विजय प्रकाश भट्ट, डॉ पूजा रानी, डॉ देवेन्द्र कुमार, बबीता भट्ट, रंजना जोशी, मंजू चैहान, भूपेन्द्र, अजय, विशाल त्यागी और शिशुपाल आदि सम्मिलित हुए।