पीएम ने क्यारकुली भट्टा पानी समिति से किया वर्चुअल संवाद, सराहा
- महिलाओं के जीवन, पर्यटन व रिवर्स पलायन के मामले में बदलाव से प्रधानमंत्री अवगत कराया
- देशभर की 5 ग्राम पंचायतों की पानी समितियों में क्यारकुली भट्टा को मिला उत्तराखंड कोटे से प्रधानमंत्री के साथ संवाद का मौका
अभिज्ञान समाचार/देहरादून।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज क्यारकुली भट्टा पानी समिति से वर्चुअल संवाद कर जल जीवन मिशन के बारे में उनके निजी अनुभव जानने की कोशिश की। ग्राम प्रधान कौशल्या रावत ने महिलाओं के जीवन, पर्यटन के क्षेत्र और रिवर्स पलायन के मामले में बदलाव से प्रधानमंत्री को बताया।
मोदी ने जल जीवन मिशन के चलते क्यारकुली गांव के लोगों और महिलाओं के जीवन में आए सकारात्मक बदलाव को उत्साहवर्द्धक करार दिया। उनकी सक्रिय भागीदारी को इसके लिए श्रेय दिया। देशभर की 5 ग्राम पंचायतों की पानी समितियों में क्यारकुली भट्टा को ही उत्तराखंड कोटे से प्रधानमंत्री के साथ संवाद का मौका मिला।
प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री
जयंती पर उत्तर प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, मणिपुर सहित उत्तराखंड की मसूरी क्षेत्र की क्यारकुली भट्टा ग्राम पंचायत और पानी समितियों से सीधा वर्चुअल संवाद स्थापित किया। पानी पंचायत समितियों ने उनको बताया कि मिशन के क्रियान्वयन के बाद किस तरह से उनके गांव की दशा और दिशा बदल गई है। पूर्व में गांव की महिलाओं को मीलों दूर से पानी ढोना पड़ता था। कई बार घंटों लाइन में खड़े रहना पड़ता था। ये सब अब कालातीत हो गई हैं।
महिलाओं ने कहा कि अब अपने समय को बाल-बच्चों के अच्छे पालन पोषण, अपने जीवन को उन्नत बनाने, नई-नई स्किल सीखने में लगा पा रही हैं। क्यारकुली भट्टा पानी समिति की अध्यक्ष कौशल्या रावत ने प्रधानमंत्री से कहा कि जल जीवन मिशन के चलते पलायन कर चुके लोगों का रिवर्स पलायन मुमकिन हो रहा है। गांव में पहले की तुलना में बहुत अधिक पर्यटक आ रहे हैं। इससे होम स्टे योजना को प्रोत्साहन मिला है।
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने प्रधानमंत्री के संबोधन के
पश्चात केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी।
जिलाधिकारी राजेश कुमार ने पंचायत प्रतिनिधि और पानी पंचायत समिति की अध्यक्ष को प्रधानमंत्री से वर्चुअल संवाद की शुभकामनाएं दीं।
अन्य ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों को भी क्यारकुली भट्टा ग्राम पंचायत का भ्रमण कर सीख हासिल करने को कहा। सचिव (पेयजल) नितेश झा, अपर सचिव नितिन भदौरिया, उप जिलाधिकारी मसूरी मनीष कुमार, महाप्रबंधक (जल संस्थान) एसके शर्मा, संयुक्त सचिव महावीर सिंह चौहान भी इस मौके पर मौजूद थे।