एचएनबी विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाओं को लेकर दोहरी नीति से छात्रों में आक्रोश, परीक्षाएं स्थगित करने की मांग
अभिज्ञान समाचार/ देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बावजूद इसके हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाएं आज से शुरू हो गई हैं। विश्वविद्यालय का परीक्षा कराने का यह निर्णय ऐसे समय में तुगलकी मालूम होता है। जब प्रदेश में कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है तो छात्र-छात्राओं की सेहत के साथ विश्वविद्यालय परीक्षाएं करा कर कैसे खिलवाड़ कर सकता है। मामला तब और गंभीर हो जाता है जब विश्वविद्यालय दोहरा मापदंड अपनाकर चौरस परिसर की परीक्षाएं स्थगित कर देता है जबकि विश्वविद्यालय से सम्बद्ध अन्य कॉलेजों में परीक्षाएं हो रही हैं।
चौरास और बिड़ला कैम्पस की समस्त परीक्षाएं अग्रिम आदेशों तक स्थगित, छात्रों ने लगाया दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप
एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय ने अपने श्रीनगर स्थित चौरास और बिड़ला कैम्पस की 18 जनवरी से शुरू होने वाली सभी सेमेस्टर्स की परीक्षाएं छात्रों की मांग पर अग्रिम आदेशों तक के लिए स्थगित कर दी हैं। हालांकि अभी डीएवी कॉलेज देहरादून या अन्य कॉलेजों के लिए कोई निर्देश जारी नहीं हो पाया है। छात्रों ने विश्वविद्यालय के इस निर्णय पर सवाल उठाए हैं और इसे दोहरा मापदंड करार दिया है।
विश्वविद्यालय के दोहरे रवैए से छात्रों में नाराजगी, अभिभावक भी चिंतित, बोले; आखिर क्यों है इतनी जल्दबाजी
एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय ने एलएलबी, एम.ए व एम.कॉम सहित विभिन्न कोर्स की परीक्षाएं कराने के लिए तिथियां भी घोषित कर दी हैं। छात्र व अभिभावक विश्वविद्यालय के इस निर्णय से संशय में है। एक ओर कोरोना महामारी विकराल रूप लिए हुए हैं। वहीं बड़ी संख्या में छात्रों का परीक्षा के लिए निकलना उनके स्वास्थ्य के लिए कितना खतरा पैदा कर सकता है इस पर शायद ही विचार किया गया है। अभिभावकों ने विश्वविद्यालय के द्वारा ऐसे समय में परीक्षाएं कराने का निर्णय लिए जाने को तुगलकी करार दिया है।
कोरोना की तीसरी लहर बहुत तेज़ी के साथ दिन प्रतिदिन बड़ी तादाद में लोगों को चपेट में ले रही है। ऐसे में एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय का ये परीक्षा कार्यक्रम सवाल खड़े कर रहा है कि आख़िर यूनिवर्सिटी को इतनी जल्दी क्या है? जबकि उपरोक्त सभी सेमेस्टर्स के ठीक पहले के सभी सेमेस्टर की परीक्षाएं 22 सितंबर 2021 को शुरू होकर 29 सितम्बर 2021 को समाप्त हुईं थीं यानी ठीक 4 महीने में अगले सेमेस्टर्स की परीक्षाएं कराई जा रहीं हैं। जबकि बताया जा रहा है कि कुछ सब्जेक्ट के सलेबस भी अभी पूरे नहीं हो पाए हैं।
कोरोना काल में परीक्षाएँ कराने से भड़के डीएवी पीजी कॉलेज के छात्र, परीक्षा तिथि आगे बढ़ाने की मांग
इस परीक्षा कार्यक्रम को लेकर सोमवार को देहरादून के डीएवी पीजी कॉलेज में विधि विभाग के छात्रों ने शिक्षकों से मिलकर अपनी बात रखी, सूत्रों का कहना है कि शिक्षकों ने छात्रों से सहानुभूति तो जताई लेकिन यूनिवर्सिटी का अधिकार क्षेत्र बताकर असमर्थता ज़ाहिर कर दी। विधि विभाग की प्रतिनिधि वर्षा धीमान के नेतृत्व में कई छात्र-छात्राओं ने लॉ डिपार्टमेंट की विभागाध्यक्ष डॉ पारुल दीक्षित से बात करने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने मंगलवार को बात करने को कहा है। छात्रों ने कोरोना के बढ़ते हुए प्रकोप को देखते हुए ऑनलाइन कक्षाएं कराने, सेमेस्टर परीक्षाएं ऑब्जेक्टिव रूप में कराने और परीक्षाओं की डेट आगे बढ़ाने की मांग की है। इस मामले में मंगलवार को डीएवी कॉलेज के प्राचार्य और एचएनबी यूनिवर्सिटी को औपचारिक तौर पर मांगपत्र भेजने की तैयारी की जा रही है।
विधि विभाग की छात्र प्रतिनिधि वर्षा धीमान का कहना है कि सेमेस्टर एक्ज़ाम बहुत जल्दी हो रहे हैं, कोरोना के मामले प्रतिदिन बढ़ रहे हैं ऐसे में छात्र-छात्राओं के स्वास्थ से खिलवाड़ जैसी स्थिति नहीं बननी चाहिए। ऑनलाइन कक्षाएं चलाने और ऑब्जेक्टिव रूप में एग्जाम कराने का प्राचार्य और यूनिवर्सिटी से अनुरोध किया जाएगा। परीक्षा कार्यक्रम को लेकर विधि छात्र शेखर चौधरी, सपना, आयशा तोमर, गुलिस्ता अंसारी, आशीष, गुंजन सिंह, प्रिया, अंकिता, राजा रस्तोगी, मयंक, रोहित, सलमान आदि ने शिक्षकों से बात की।