एसटीएफ ने IELTS की परीक्षा में धांधली का किया भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार…
Uttarakhand News: उत्तराखंड एसटीएफ को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एसटीएफ ने इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम (आइईएलटीएस) परीक्षा में धांधली का खुलासा किया है। बताया जा रहा है कि एसटीएफ ने IELTS की परीक्षा में नकल कराकर पास कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ गिरोह के 03 सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार ओएमआर शीट में छेड़छाड़ कर अभ्यर्थियों को पास कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। एसटीएफ ने कुरियर कंपनी के कर्मचारी समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। नकल कराने वाले गिरोह के सदस्यों के IELTS की कोचिंग कराने वाले सेन्टरों से तार जुड़ रहे है। बताया गया कि ब्लू डार्ट कुरियर कंपनी के ट्रक चालक को पैसे देकर रास्ते में ओएमआर शीट में छेड़छाड़ की जाती थी।
बीते 25 फरवरी को देहरादून में हुई परीक्षा में 15 ओएमआर शीट में छेड़छाड़ की गई है। देहरादून से ओएमआर शीट का कुरियर गुरुग्राम जाते वक्त घटना को अंजाम दिया गया था। बताया जा रहा है कि आरोपित वर्ष 2021 से कई बार परीक्षा में गड़बड़ी कर चुके है। आरोपित ओएमआर शीट में छेड़छाड़ के लिए प्रत्येक अभ्यर्थी से 2-3 लाख रुपये लेते थे।
बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान साहिल कुमार निवासी कैलाश नगर रोड लुधियाना पंजाब, ब्लू डार्ट कंपनी का कर्मचारी शब्बीर खान निवासी पूर्णिया बिहार और ट्रक चालक जितेंद्र निवासी हरदोई उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। जांच में पता चला है कि 171 अभ्यर्थियों की ओएमआर /आंसर शीट चेक की गयी तो 15 अभ्यर्थियों की सीट में टैम्परिंग पायी गयी। इन 15 अभ्यर्थियों के बारे में जांच की गयी तो ये अभ्यर्थी परीक्षा के दौरान 04 अलग अलग इंस्टिट्यूट संचालक के सम्पर्क में थे, जो आईलेट्स की कोचिंग कराते हैं, जिनकी भूमिका की जांच एसटीएफ द्वारा की जा रही है।
गौरतलब है कि भारत में आईडीपी IELTS(International English Language Testing System) एम्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन करवाते हैं। यह एक इंग्लिश लैग्वेज टेस्ट है। जिसकी आवश्यकता विदेश में पढ़ाई करने जाने वाले छात्रों को होती है। विदेश में पढ़ाई के लिये अकादमिक IELTS और वर्क वीजा या परमानेंटली उन देशों में बसने के लिए जनरल पेपर्स IELTS एग्जाम देना होता है। IELTS एग्जाम हर महीने में 04 और साल में 48 बार अलग-अलग तारीखों पर होता है और इस एग्जाम को पास करने पर एक सर्टिफिकेट दिया जाता है, जो 2 वर्ष के लिए वेध्य होता है। वर्तमान में पूरे भारत वर्ष में आईडीपी कम्पनी (maoni Devlopment Programmes) ATS के एग्जाम करा रहा है।