बिना गौ की प्रतिष्ठा के दुनियां में शांति नहीं आ सकती: संत गोपाल मणि
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सभी सत्कर्मों की साक्षी गाय है: गोपाल मणि महाराज
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गौ हत्या का समर्थन करने वाला कैसा सनातनी
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जिसकी गाय के प्रति अनन्य निष्ठा हो वही सच्चा हिन्दू है
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देश के माथे पर सबसे बड़ा कलंक है देश में गौ हत्या: संत गोपाल मणि महाराज
देहरादून। राजधानी में आयोजित गौमाता राज्यमाता प्रतिष्ठा विशाल रैली आयोजित हुई जिसमें हजारों गौभक्त विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचें। यह विशाल रैली गौ-गंगा कृपाकांक्षी गोपाल मणि महाराज के सानिध्य में सम्पन्न हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भी संबंधित अधिकारी को सौंपा गया। रैली विरासत फॉर्म से माता मंदिर रोड धरमपुर चौक होते हुए और वापस मथुरा वाला रोड से हरिद्वार बाईपास होते हुए महिंद्रा शोरूम होते हुए फिर विरासत फॉर्म पहुंची।
सभा को संबोधित करते हुए संत मणि महाराज ने कहा कि सच्चा हिन्दू वही जो गाय को माता माने आगे। गोपाल मणि महाराज ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कहा कि आप अक्सर अपने भाषणों में कहते हैं कि मुझे गंगा ने बुलाया है, तो हम आपसे आग्रह करते हैं कि गंगा गौमुख से धरती पर अवतरित हुई है इसलिए आप अतिशीघ्र गौमाता को राष्ट्रमाता का संवैधानिक दर्जा देकर अपने को गंगा पुत्र होने की सार्थकता को सिद्ध करें।
बिना गाय के राम कृष्ण की बात करना जय श्री राम के नारे लगाना व्यर्थ है। मणि महाराज ने अपने वक्तव्य में उत्तराखंड सरकार की मुक्तकंठ से प्रसंशा करते हुए आभार व्यक्त किया कि सरकार ने 2018 में सर्वसम्मति से गाय को राष्ट्रमाता की प्रतिष्ठा देने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा है। गोपाल मणि महाराज ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अपना प्रिय मुख्यमंत्री कहकर संबोधित करते हुए कहा कि आप अविलंब गौमाता को उत्तराखंड में राज्यमाता का दर्जा दें जिसके लिए आज कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक ज्ञापन भी सौंपा है। ज्ञापन लेने के लिए कार्यक्रम स्थल पर ही मुख्यमंत्री के अधिकारी पहुंचें। साथ महाराष्ट्र सरकार का भी आभार व्यक्त किया गया जिसने अभी हाल ही में गौ माता को राज्य माता का दर्जा प्रदान किया है।
इसी क्रम में प्रसन्नता की बात यह है कि सनातन धर्म के सर्वोच्च गुरु चारों पीठ के पूज्य शंकराचार्य महाराज अब इस गौ प्रतिष्ठा आंदोलन में अपना पूर्ण सहयोग और आशीर्वाद दे रहे हैं । आगे मणि महाराज जी ने कहा कि आगामी 17 मार्च को पूरा देश दिल्ली के रामलीला मैदान में गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान देने के लिए उमड़ेगा जो एक निर्णायक दिन होगा।
इस अवसर पर आचार्य सीता शरण महाराज, आचार्य राकेश भट्ट, ब्यास जी, शूरवीर सिंह मतुड़ा, मनोहर लाल जुयाल, बलवीर सिंह पंवार, सूरतराम डंगवाल, आचार्य राकेश सेमवाल, गढ़वाल सभा के अध्यक्ष रोशन धस्माना, यशवंत सिंह रावत, आनन्द सिंह रावत, नरेंद्र रौथाण, डॉ सीता जुयाल, शिव प्रसाद सेमवाल, दीपक खंडूड़ी, रविन्द्र सिंह राणा, अजयपाल सिंह रावत, आयुष चंदेल, संगीता राणा, भारती सेमवाल, बृजलाल रतूड़ी, तेजराम नौटियाल, प्रद्युम्न रावत, मंजू नेगी, सुधा ध्यानी, मधु रतूड़ी, राधेश्याम नौटियाल, महावीर खंडूड़ी, संतोष खंडूड़ी, यमुनोत्री रावल संदीप उनियाल, डॉ राकेश मोहन नौटियाल सहित हजारों गौभक्त उपस्थित थे।