विधानसभा भर्ती मामले पर सख्त हुए सीएम, विस अध्यक्ष को पत्र लिख उच्च स्तरीय जाँच व अनियमित नियुक्तियों को निरस्त करने का किया अनुरोध
देहरादून। उत्तराखंड में भर्तियों में हुई धांधली को लेकर खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। सीएम ने विधानसभा सचिवालय में की गई नियुक्तियों में धांधली के आरोपों का संज्ञान लेते हुए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण को पत्र लिखकर उच्चस्तरीय जांच कर अनियमित नियुक्तियों को निरस्त करने व विधानसभा सचिवालय में भविष्य में निष्पक्ष एवं पारदर्शी नियुक्तियों के लिए प्राविधान किए जाने का आग्रह किया है।
सीएम धामी ने पत्र में लिखा है कि “जैसा कि आप अवगत है कि सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आदि में विधान सभा सचिवालय में कतिपय नियुक्तियों में अनियमितता के आरोप विगत कुछ दिनों से चर्चा में हैं। विधान सभा एक गरिमामय स्वायत्तशासी
संवैधानिक संस्था है और इस संस्था की गरिमा को बनाये रखना हम सभी की सर्वोच्च प्राथमिकता रही हैं। आप भी सहमत होंगी कि विधानसभा की गरिमा, शुचिता तथा उत्तराखण्ड के युवा अभ्यर्थियों की भावनाओं के दृष्टिगत निम्न बिन्दुओं पर विचार किया जाना उचित होगा।
1. विधान सभा सचिवालय में की गई नियुक्तियों, जिनके सम्बन्ध में विवाद उत्पन्न हुआ है के सम्बन्ध में उच्च स्तरीय जाँच कराया जाना एवं जॉच में कोई अनियमितता पायी जाती है तो ऐसी सभी अनियमित नियुक्तियों को निरस्त किया जाना।
2. विधान सभा सचिवालय में भविष्य में निष्पक्ष एवं पारदर्शी नियुक्तियों के लिए प्राविधान किया जाता। राज्य सरकार द्वारा अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से की गई नियुक्तियों में अनियमितताओं के आरोपों की गहनता से जांच कराने एवं दोषियों के विरूद्ध कठोरतम कार्यवाही किये जाने के सम्बन्ध में कदम उठाये जा रहे हैं। इस क्रम में मेरा आपसे अनुरोध है कि विधान सभा सचिवालय में नियुक्तियों को लेकर चल रहे
विवाद के दृष्टिगत कृपया उपरोक्त बिन्दुओं पर विचार करने का कष्ट करेगी।”
साथ ही भविष्य में होने वाली नियुक्तियों के संदर्भ में भी एक स्पष्ट एवं पारदर्शी नीति बनाई जाए जिससे कि भर्तियों में किसी भी प्रकार की कोई अनियमितता ना हो। सुशासन हमारा ध्येय है और हम इस पर अटल हैं।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 1, 2022