पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ कोविड-19 के हालात पर की चर्चा, बोले; ”बरतें सतर्कता, खतरा अभी टला नहीं है”
- राज्यों से तेल पर वैट कम करने की बात कही
- पीएम ने केंद्र और राज्यों के बीच तालमेल को और बेहतर करने पर दिया ज़ोर
- कहा; साथ चलने से ही हम लड़ पाएंगे कोरोना से जंग
नई दिल्ली/ देहरादून। कोविड-19 संक्रमण के मामलों में आए उछाल के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बुधवार को बैठक कर सभी राज्यों को सतर्कता बरतने को कहा है। उन्होंने राज्यों को आगाह करते हुए कहा कि अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है। उन्होंने कोरोना के खिलाफ जंग में वैक्सीन को असली कवच बताते हुए टीकाकरण अभियान को तेज करने की अपील की। कोरोना के हालात पर समीक्षा बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीते 2 सालों में कोरोना को लेकर ये हमारी 24वीं बैठक है। कोरोना काल में जिस तरह केंद्र और राज्यों ने मिलकर काम किया है साथ ही जिन्होंने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है मैं सभी कोरोना वॉरियर्स की प्रशंसा करता हूं। इस दौरान पीएम ने कहा कि हमने राज्यों से आग्रह किया था कि वो अपने यहां पेट्रोल-डीजल पर टैक्स कम करें। कुछ राज्यों ने तो अपने यहां टैक्स कम कर दिया, लेकिन कुछ राज्यों ने अपने लोगों को इसका लाभ नहीं दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में युद्ध के हालात के चलते सप्लाई चैन प्रभावित हुई है, ऐसी परिस्थिति में हर दिन चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। यह वैश्विक संकट अनेक चुनौतियां खड़ी कर रहा है। ऐसे में केंद्र और राज्य के बीच तालमेल को और बढ़ाना अनिवार्य हो गया है।
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पीएम की वर्चुअल बैठक के बाद सीएम धामी ने सचिवालय में अधिकारियों को दिए निर्देश
Covid-19 के दृष्टिगत देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री की वर्चुअल बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत वर्चुअल माध्यम से जुड़े। पीएम मोदी की बैठक के ठीक बाद सचिवालय में अधिकारियो की बैठक लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए कि कोविड पर प्रभावी नियंत्रण के लिए कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पूर्णतः अनुपालन करवाया जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अस्पतालों का फायर सेफ्टी ऑडिट करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाय कि कोरोना की संभावित लहर के दृष्टिगत अस्पतालों में सभी व्यवस्थाएं हों और पर्याप्त मैनपॉवर हो। सीएम धामी ने टेस्ट, ट्रैक एवं ट्रीट पर विशेष फोकस किए जाने पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में टीकाकरण अभियान में और तेजी लाई जाए। उन्होंने कहा कि 12 से 14 वर्ष के आयु के बच्चों में टीकाकरण की गति में और तेजी लाए जाने की आवश्यकता है। टीकाकरण के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें सामाजिक एवं आर्थिक गतिविधियों के साथ कोविड पर नियंत्रण रखना होगा। इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव राधिका झा, अपर सचिव सोनिका, प्रो. दुर्गेश पंत एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।