हिमालय दिवस पर हिमालय तथा इसके पर्यावरण को बचाने का लिया संकल्प
नरेन्द्र नगर। हिमालय और इसके पर्वत तंत्र की रक्षा के लिए महाविद्यालय परिवार ने आज हिमालय दिवस के अवसर पर हिमालय तथा इसके पर्यावरण को बचाने का संकल्प लिया। 2015 से प्रतिवर्ष आधिकारिक तौर पर उत्तराखंड सरकार द्वारा 9 सितंबर को हिमालय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इसी कड़ी में शनिवार को धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय में वनस्पति विज्ञान विभाग की विभागीय परिषद के सौजन्य से हिमालय दिवस मनाया गया। इस अवसर पर वृक्षारोपण एवं “हिमालय बचाओ” की शपथ के कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कालेज प्राचार्य प्रोफेसर आर.के उभान ने की। प्रोफेसर उभान ने कहा कि हमें उत्तराखंड में भवन निर्माण, सड़क निर्माण ,शहर और सड़कों के जल निकास की योजनाओं के निर्माण एवं क्रियान्वयन पर संवेदनशीलता एवं वैज्ञानिक विधियों से दृढ़ता पूर्वक कार्य करने की आवश्यकता है, तभी हम हिमालय बचाने के संकल्प की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।
डॉ जितेंद्र नौटियाल ने छात्रों, शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को प्राचार्य की मौजूदगी में राष्ट्रध्वज के नीचे हिमालय और इसके पर्यावरण को बचाने की शपथ दिलाई। इसके उपरांत परिसर में वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख तौर पर वनस्पति विज्ञान विभाग के विभाग प्रभारी डॉ यू सी मैठानी के अलावा कॉलेज प्राध्यापक डॉ आशुतोष शरण, डॉ सपना कश्यप, डॉ आराधना सक्सेना, डॉ नताशा, डॉ विक्रम सिंह बर्त्वाल, डॉ सृचना सचदेवा, डॉ राजपाल रावत, डॉ सोनी तिलारा, डॉ ज्योति शैली, डॉ विजय प्रकाश भट्ट, डॉ बीपी पोखरियाल, डॉ इमरान अली, डॉ विजय प्रकाश, डॉ देवेंद्र कुमार, डॉ आराधना सक्सेना, शूरवीर दास, जगवेंद्र पवार, अजय पुंडीर, लक्ष्मी कठैत आदि कॉलेज प्राध्यापक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं विशेष रूप से मौजूद रहे। कार्यक्रम का छायांकन विशाल त्यागी एवं अजय पुंडीर ने संयुक्त रूप से तथा संचालन डॉ जितेंद्र नौटियाल ने किया।