The Kashmir Files पर Harish Rawat ने पकड़ी Congress से अलग लाइन, मुजफ्फरनगर कांड की पीड़ा का किया स्मरण
संपूर्ण देश में अगर इस समय कोई मुद्दा समूची नेशनल पॉलिटिक्स पर असर डाल रहा है वहां है कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार। इस मुद्दे को आगे लाने का सारा श्रेय Vivek agnihotri द्वारा निर्देशित The Kashmir Files को जाता है।
इसी बीच जहां ज्यादातर कांग्रेस पार्टी के नेता इस फिल्म पर यह आरोप लगा रहे हैं कि यह समाज को बांटने का काम करेगी तो वही उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता Harish Rawat ने अलग लाइन पकड़ते हुए इस फिल्म के पक्ष में बयान दिया है।
अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा कि The Kashmir Files एक कथानक है और इस पर किसी भी राजनीतिक विवाद की कोई गुंजाइश नहीं है।
इसी के साथ उन्होंने कश्मीरी पंडितों के दर्द को भी याद किया और इसे उत्तराखंड वासियों के साथ उत्तर प्रदेश राज्य के दौरान मुजफ्फरनगर कांड में हुए अत्याचार की तुलना की।
“हम उत्तराखंड के लोगों ने भी मुजफ्फरनगर में इसी तरीके का एक दर्द पूर्ण भयावह अत्याचार को झेला है, जब सत्ता ही हम पर टूट पड़ी थी। दर्द पूर्ण पृष्ठ भुलाये जा सकते हैं, उत्तराखंड को राज्य मिला और हमने उस दर्द को अपनी छाती में सजो लिया और आगे की तरफ देखा।”
साथी कश्मीरी पंडितों को वापस घाटी में बसाने काफी उन्होंने आग्रह करते हुए लिखा,”आज कश्मीरी पंडितों को शाब्दिक सांत्वना की आवश्यकता नहीं है, बल्कि हमको चाहिए कि हम एक संकल्पपूर्ण तरीके से कश्मीरी पंडितों को Kashmir की घाटी में जहां वो थे, वहां बसाएं, उसके लिए भारतीय गणतंत्र की पूरी ताकत लगा दें। कुछ कदम सरकार ने उठाए हैं, एकाध कदम के विषय में हमारी समझ भिन्न हो सकती है, मगर उसके बावजूद भी कदम तो उठे हैं और देश ने साथ दिया है। यह काम बाकी है, कश्मीरी पंडितों को घाटी में बसाने का! साहस करिए और वहां उनको बसाइये।”