न्यूज डेस्क। रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग को 16 दिन बीत गए हैं। इस युद्ध का न सिर्फ इन दोनों देशों पर बल्कि पूरे विश्व पर असर देखने को मिल रहा है। इसी के मद्देनजर केंद्र सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में स्पष्ट करते हुए कहा कि वह यूक्रेन के मुद्दे पर सदन में चर्चा कराने को तैयार है।
संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि इस बारे में सदन की कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) में निर्णय हुआ है। मेघवाल ने यह बात तब कही जब यूक्रेन की स्थिति को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर के सदन में बयान के बाद कुछ विपक्षी सदस्यों ने स्पष्टीकरण की मांग की थी। मेघवाल ने कहा कि सरकार यूक्रेन के मुद्दे पर चर्चा कराने को तैयार है। जिस प्रकार बीएसी में चर्चा हुई थी। यदि इसके लिए नियम 193 के तहत नोटिस दिया जाता है तो चर्चा हो सकती है।
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पूर्व में विपक्षी दलों के कुछ सदस्यों की मांग को अस्वीकार करते हुए पीठासीन सभापति राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि मंत्री के बयान पर स्पष्टीकरण का इस सदन में कोई प्रावधान नहीं है। लोकसभा में अपने बयान में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मुश्किल एवं चुनौतीपूर्ण हालात में यूक्रेन से छात्रों सहित 22,500 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने का जिक्र करते हुए कहा था कि कोई भी अन्य देश वहां से इतनी संख्या में अपने नागरिकों को नहीं निकाल सका जितना भारत ने किया और इसके लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रास्ता निकाला।