डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल को कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने किया सम्मानित
देहरादून: सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल को सूबे के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने अखिल भारतीय ज्योतिष सम्मेलन में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार संस्कृत अकादमी उत्तराखंड सरकार द्वारा चकराता रोड प्रेम नगर सनातन धर्म मंदिर में आयोजित अखिल भारतीय ज्योतिष सम्मेलन में राज्य के पर्यटन धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे, और उन्होंने अधिकारियों में से सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल को कुशल प्रशासन के साथ-साथ उत्तराखंड ज्योतिष रत्न के रूप में प्रशस्ति पत्र, फूल माला एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया.
पूरे देश के लगभग सभी राज्यों से उपस्थित ज्योतिष एवं शिक्षा क्षेत्र के लोगों को संबोधित करते हुए सतपाल महाराज ने कहा कि सरकार सनातन धर्म एवं संस्कृति की रक्षा के लिए कटिबद्ध है ,और इसके लिए सुशासन के सूत्रधार बनकर जो भी अधिकारी उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं उनको सम्मानित करने से उत्साह का संचार होता है. उन्होंने सहायक निदेशक डॉ घिल्डियाल के रुद्रप्रयाग एवं चमोली जनपद में चारधाम यात्रा को संस्कृत विद्यालयों एवं महाविद्यालयों से जोड़ने की प्रस्तावित योजना की भी सराहना की.
ज्योतिष सम्मेलन को संबोधित करते हुए संस्कृत अकादमी के सचिव डॉक्टर एसपी खाली ने कहा कि संस्कृत अकादमी सनातन धर्म रूपी वृक्ष के पत्तों के रूप में छठ वेदांग जिसमें ज्योतिष, न्याय ,छंद ,कल्प, व्याकरण आदि को हरा भरा रखने का पूरा प्रयास कर रही है, और उसके लिए ही इस प्रकार के कार्यक्रम किए जा रहे हैं.
अति विशिष्ट सम्मान प्राप्त करते हुए सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा कि यद्यपि उन्हें प्रथम गवर्नर अवार्ड सहित बहुत सारे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हुए हैं ,परंतु धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज राजनीति को दिशा देने वाले धर्म पुरुष भी है. इसलिए उनके हाथों सम्मानित होने को वह अपना सौभाग्य समझते हैं ,और जिम्मेदारी पूर्वक इस सम्मान की रक्षा करेंगे.
आचार्य सुनील पैन्यूली एवं संतोष खंडूरी के संयुक्त संचालन में चले कार्यक्रम में लगभग 70 विद्वानों को शोध पत्र प्रस्तुत करने पर प्रमाण पत्र दिए गए. इस अवसर पर अकादमी के शोध अधिकारी डॉ हरीश गुरु रानी, ज्योतिषाचार्य पीपीएस राणा, सहित बड़ी संख्या में शिक्षा एवं ज्योतिष से जुड़ी हस्तियां उपस्थित रही.