होमगार्ड जवानों से जुड़ा बड़ा अपडेट, एसएलआर और पिस्टल से होंगे लैस…
डोईवाला। होमगार्ड के जवान एसएलआर और पिस्टल से लैस होंगे। जिसकी तैयारियां कर ली गई है। देहरादून और टिहरी के 67 होमगार्ड्स के जवानों को होमगार्ड मुख्यालय थानों में 13 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। इसमें इन जवानों को एसएलआर खोलना, बंद करना और चलाना सिखाया गया। प्रशिक्षण अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक/कमाण्डेन्ट जनरल केवल खुराना ने कहा कि होमगार्ड्स के जवानों को थानों में 13 दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। होमगार्ड्स के जवानों को पिस्टल से भी लैस किया जाएगा। प्रशिक्षण पाकर होमगार्ड काफी खुश नजर आए। उत्तराखंड होमगार्ड के जवान पुलिस की तर्ज पर ही हथियारों से लैस होंगे। और जल्द होमगार्ड के प्रशिक्षण को 100 पिस्तौल भी खरीदी जाएंगी।
राज्य में प्रथम बार उत्तराखण्ड होमगार्ड्स के जवानों को प्रशिक्षण व फायरिंग अभ्यास करवाया जा रहा है। जिसके बाद राज्य को 67 सशस्त्र होमगार्ड्स जवान प्राप्त हुए हैं। जवानों को केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान थानों में शस्त्र प्रशिक्षित होमगार्ड को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर डिप्टी कमांडेंट जनरल होमगार्ड मुख्यालय अमिताभ श्रीवास्तव, मंडलीय कमांडेंट होमगार्ड एलएम जोशी, मंडलीय कमांडेंट गढ़वाल मंडल गौतम कुमार, स्टाफ अधिकारी राहुल सचान, मुख्यालय/ जिला कमांडेंट देहरादून, प्रशिक्षण अधिकारी/ जिला कमांडेंट रुद्रप्रयाग, श्यामेंद्र कुमार साहू , पर्यवेक्षण अधिकारी होमगार्ड विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
उत्कृष्ट फायरिंग करने वाले चतरलाल सम्मानित
डोईवाला। कमांडेंट जनरल खुराना द्वारा उत्कृष्ट फायरिंग प्रदर्शन करने वाले टिहरी जनपद के जवान चतर लाल को व संपूर्ण प्रशिक्षण में सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाले प्रथम 3 जवानों महेश उनियाल, टिहरी गढ़वाल, अमन देहरादून, जयपाल सिंह, देहरादून को पुरस्कृत किया गया। इसके अतिरिक्त अच्छी वर्दी में साज सज्जा के लिए प्रकाश कुमार को नकद पुरस्कार दिया गया।
यहाँ होगी सशस्त्र होमगार्ड की तैनाती
इन सस्त्र प्रशिक्षित होमगार्ड्स को पुलिस विभाग प्रशासन शासन जिलाधिकारी कार्यालय, तहसीलों, राज्य स्तरीय स्तरीय कार्यालयों, प्रतिष्ठानों , निगमों, विभिन्न राजकीय मेलों, राजकीय धरोहर स्थलों, निर्वाचन ड्यूटी में सुरक्षा के दृष्टिगत शस्त्र के साथ तैनात किया जाएगा।
पुराने अंदाज में दिखे खुराना
पुलिस महानिरीक्षक/कमाण्डेन्ट जनरल केवल खुराना करीब एक दशक पहले देहरादून के एसएसपी भी रह चुके हैं। तब अपराधियों में उनके नाम का काफी खौप था। पुलिस-थानों पर भी वो नकेल कसकर रखते थे। होमगार्ड के सशस्त्र प्रशिक्षण पूरा होने पर उन्होंने कार्यक्रम के प्रोटोकॉल से अलग 5 सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले होमगार्ड से पूछा कि वो क्यों अच्छा नहीं कर पाए। और दूसरे होमगार्ड से ट्रेनिंग के दौरान आई दिक्कतों के बारे में भी पूछा। अगले बेच से जो होमगार्ड ट्रेनिंग में अच्छा प्रदर्शन नहीं करेंगे उन्हें एक माह की ड्यूटी नहीं दी जाएगी।