जयकारों संग हुआ झण्डे जी का आरोहण, एक माह तक चलने वाला ऐतिहासिक झंडा मेला शुरू
देहरादून। गुरुभक्ति के गीतों और श्री गुरु राम राय महाराज के जयकारों के साथ श्री झण्डा साहिब का आरोहण किया गया। आस्था के इस महाकुंभ का साक्षी बनने के लिए श्री दरबार साहिब में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। लाखों संगतों व दूनवासी श्री झण्डे जी के सम्मुख श्रद्धा के साथ शीश नवाए। जैसे-जैसे श्री झण्डे जी पर गिलाफ आवरण चढ़ाने का क्रम बढ़ता जाता, संगतों व दूनवासियों का उत्साह भी बढ़ता जाता। शाम 3 बजकर 10 मिनट पर जैसे ही श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज ने आरोहण की प्रक्रिया शुरू करने का संदेश दिया, वैसे ही वातावरण श्री गुरु राम राय महाराज के जयकारों से गूंज उठा। 3 बजकर 22 मिनट पर श्री झण्डे जी का आरोहण पूर्णं हुआ और देहरादून के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत श्री झण्डे जी मेले का विधिवत शुभारंभ हो गया। श्री झण्डे जी को उतरते व फिर चढ़ते देखना अपने आप में अद्भुत एवम अद्वितीय नज़ारा है। इस पुण्य को अर्जित करने के लिए देश-विदेश से आई संगतें इस पावन बेला का साल भर बेसब्री से इंतजार करती हैं।
इन तैयारियों के साथ विधिवत आरम्भ हुआ झंडे जी का आरोहण
- सुबह 8ः00 बजे श्री झण्डे जी को उतारा गया व पूजा अर्चना की गई। श्री झण्डे जी (पवित्र ध्वज दण्ड) को संगतों ने दूध, घी, शहद, गंगाजल व पंचगब्यों से स्नान करवाया।
- 90 फीट ऊंचे श्री झण्डे जी पर पहले सादे और शनील के गिलाफ चढ़ाने की प्रक्रिया शुरू हुई। खास बात यह कि इस दौरान श्री झण्डे जी को ज़मीन पर नहीं रखा जाता। संगतें अपने हाथों पर श्री झण्डे जी को थामे रहती हैं।
- दोपहर करीब 12ः30 बजे श्री झण्डे जी पर दर्शनी गिलाफ चढ़ाया गया और हर कोई दर्शनी गिलाफ को छूकर पुण्य अर्जित करने के लिए उत्सुक दिखा।
- दर्शनी गिलाफ के चढ़ने के साथ श्री झण्डे जी के आरोहण की प्रक्रिया शुरू होते ही श्री गुरु राम राय महाराज के जयकारों से वातावरण गुंजयमान हो गया।
- इसी दौरान एक बाज ने श्री झण्डे जी की परिक्रमा की। श्री झण्डे जी के आरोहण के समय बाज की इस चमत्कारी उपस्थिति को श्री गुरु राम राय जी महाराज की सूक्ष्म उपस्थिति के रूप में हर साल दर्ज किया जाता है।
“श्री झण्डा मेला प्रेम, सदभावना, आपसी भाईचारा, सौहार्द, उल्लास व अमन-चैन का संदेश देने वाला मेला है। उन्होंने कहा कि श्री झण्डे जी पर शीश नवाने से सभी की मन्नतें पूरी होती हैं, यही वजह है कि संगतों व दूनवासियों की श्री झण्डे जी की प्रति आस्था बढ़ती जा रही है। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि देशवासियों-प्रदेशवासियों व श्री झण्डे जी मेले में शामिल होने आई संगतों व दूनवासियों पर श्री गुरु राम राय जी महाराज की कृपा सदैव बनी रहे।” – श्री महंत देवेन्द्र दास जी महाराज, सज्जादानशीन, श्री दरबार साहिब।