चंडीगढ़। राजनीति के खेल में एक कहावत बड़ी मशहूर है कि यहां कोई किसी का स्थाई दुश्मन या दोस्त नहीं होता। ऐसा ही कुछ पंजाब की राजनीति में इन दिनों देखने को मिल रहा है। ‘कवि’ कुमार विश्वास के आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बयान के बाद पंजाब में नेताओं के सुर बदल गए हैं। कांग्रेस, भाजपा और अकाली दल ने मिलकर आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
कुमार विश्वास ने एक इंटरव्यू में कहा था कि आप सुप्रीम अरविंद केजरीवाल ने स्वीकारा था कि वह पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे। नहीं तो मैं स्वतंत्र देश का प्रधानमंत्री बन जाऊंगा। इसके बाद सभी दलों के नेता आप और अरविंद केजरीवाल पर हमलावर हो गए। पंजाब भाजपा के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वे कह रहे हैं कि जो भी व्यक्ति आम आदमी पार्टी को वोट डालेगा, वह देश और पंजाब के साथ गद्दारी करेगा। अगर हमको (भाजपा को) वोट नहीं डालना चाहते तो भले ही कांग्रेस को वोट डाल देना, लेकिन आप को वोट नहीं देना। हालांकि जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके बयान को तोड़मरोड़ कर वायरल किया गया है।
आपको बता दें कि दो दिन पहले पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय की ओर से एक पत्र जारी कुमार विश्वास के केजरीवाल के खिलाफ बयान वाले वीडियो के प्रसारण-प्रकाशन पर रोक लगाने के कुछ ही समय बाद इस पत्र को सीईओ ने, तब वापस ले लिया जब पठानकोट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी सभा में कुमार विश्वास के बयान का हवाला देते हुए केजरीवाल पर निशाना साधा। सीईओ द्वारा आदेश वापस लेने का कोई कारण नहीं बताया गया।