बारिश और बर्फबारी से मसूरी धनोल्टी सहित कई राजमार्ग बंद, खिले पर्यटकों के चेहरे, अगले 24 घंटे जारी रहेगी बारिश व बर्फबारी, बढ़ी ठिठुरन
अभिज्ञान समाचार/ मसूरी/ टिहरी/ रुद्रप्रयाग/ पिथौरागढ़। उत्तराखंड में 24 घंटों से हो रही बारिश से तापमान गिरने के साथ ही ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी शुरू हो गई है। इससे जहां बर्फबारी का इंतजार कर रहे पर्यटकों के चेहरे खिल गए वहीं ठंड में इजाफा होने से पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों तक ठिठुरन बढ़ गई है। उधर केदारनाथ में 12 से 14 फीट तक बर्फबारी हुई है जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गई है उधर चकराता में भी भारी बर्फबारी हुई है। मौसम विभाग की माने तो बारिश और बर्फबारी अगले 24 घंटे तक जारी रहेगी। साथ ही 28 फरवरी तक बारिश के साथ ही ठिठुरन बढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने पहाड़ी तथा मैदानी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को ठंड से बचने की हिदायत दी है। बीते दो दिनों से उत्तराखंड के कई हिस्सों में सामान्य से भारी बर्फबारी हो रही है। इसके साथ उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों व वादियों में बर्फबारी का मजा लेने के लिए सैलानी दूर-दूर से आ रहे हैं। कई मार्ग बंद हो गए है। जगह- जगह यात्री फंस गए है। उन्हे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बारिश व बर्फबारी से चम्बा-मसूरी, गंगोत्री-यमुनोत्री, केदारनाथ-घनसाली और लंबगांव मोटरमार्ग पर आवाजाही ठप
उत्तराखंड के मशहूर पर्यटक स्थल धनौल्टी में लगातार हो रही भारी बर्फबारी के कारण चंबा-मसूरी मोटर मार्ग बंद हो गया है। वहीं गंगोत्री-यमुनोत्री राजमार्ग सहित 4 संपर्क मार्ग भी बंद पड़े हैं। केदारनाथ-घनसाली और लंबगांव मोटरमार्ग भी बर्फबारी के कारण ठप है। मार्ग को खोलने के लिए जेसीबी लगाई गई है। जिले की ऊंची पहाड़ियों पर भारी बर्फबारी होने से ठंड बढ़ गई है। वहीं, धनौल्टी में बर्फबारी के कारण बिजली गुल है जिससे लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
वहीं मौसम विभाग की माने तो उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़, देहरादून और नैनीताल जिलों में कुछ स्थानों पर बर्फबारी और वर्षा हो रही है। जबकि 24 और 25 जनवरी को प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की वर्षा व बर्फबारी की संभावना बनी रहेगी। इसके अलावा पिछले 24 घंटे में उत्तराखंड के भीतर अधिकतम तापमान में 3 से 6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।
केदारनाथ में हुई 14 फीट तक बर्फबारी, जनजीवन अस्त व्यस्त
एक पखवाड़े से समय-समय पर हो रही बर्फबारी के कारण केदारनाथ में 14 फीट से अधिक बर्फ जमा होने की बात कही जा रही है। क्षेत्र में संचार सेवा ठप होने से संपर्क नहीं हो पा रहा है। केदारनाथ में इन दिनों कुछ साधु रह रहे हैं। उधर, द्वितीय केदार मद्महेश्वर व तृतीय केदार तुंगनाथ सहित अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्र भी बर्फ से लकदक हैं। निचले इलाकों में दिनभर हल्की बूंदाबांदी होती रही। रविवार को केदारनाथ में सुबह से देर शाम तक रुक-रुककर बर्फबारी होती रही। इस दौरान लगभग एक फीट तक नई बर्फ जम गई थी। पिछले एक पखवाड़े के दौरान हुई बर्फबारी के चलते केदारनाथ में करीब 14 फीट बर्फ जमा हो गई है। उधर, द्वितीय केदार मद्महेश्वर व तृतीय केदार तुंगनाथ में भी चार से पांच फीट तक बर्फ जमा हो गई है। वहीं, हरियाली कांठा, द्यूली खरक, कालशिला, चिरबटिया व गौरीकुंड के ऊपरी क्षेत्रों में भी काफी बर्फ गिर चुकी है।
बर्फबारी के कारण रुद्रप्रयाग जनपद के गौंडार, तोषी, त्रियुगीनारायण, चिलौंड, चौमासी सहित 30 से अधिक गांवों में लोगों के खेतीबाड़ी, पशुपालन सहित अन्य कार्य व्यापक रूप से प्रभावित हो चुके हैं। इधर, जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग सहित तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि, गुप्तकाशी, ऊखीमठ, मयाली, जखोली, बसुकेदार में दिनभर हल्की बूंदाबांदी होती रही। यहां बाजारों में लोगों की चहलकदमी कम रही।
कुमाऊं के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी जमकर हुई बर्फबारी
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में लगातार हो रहे हिमपात और निचले क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी की वजह से ठंड बढ़ गई है। मुनस्यारी, धारचूला के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हिमपात के बाद निचले क्षेत्रों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई। व्यास घाटी के 10,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित गर्ब्यांग गांव और अन्य सात गांवों में दो फीट और ऊंचे पहाड़ों पर तीन से चार फीट तक बर्फबारी हुई है।