अब आयुर्वेद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार की नियुक्ति मामले में आयुष मंत्री पर उठे सवाल

अभिज्ञान समाचार/ देहरादून। आयुष मंत्री डॉ हरक सिंह रावत एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार किसी राजनीतिक कारण से नहीं बल्कि एक नियुक्ति को लेकर उनका नाम सामने आ रहा है। दरअसल जेल से छूटने के बाद बेदाग होने की रिपोर्ट आए बिना ही आयुष मंत्री हरक सिंह रावत ने विवादों के कारण सुर्खियों में रहने वाले मृत्युंजय मिश्रा को एक बाए फिर से आयुर्वेद विश्वविद्यालय का रजिस्ट्रार नियुक्त कर दिया है। हरक सिंह के इस निर्णय से चुनावी मौसम में सरकार के निर्णय पर सवाल खड़े होने लगे हैं। गौरतलब है कि तीन साल पहले घूसखोरी मामले में सतर्कता विभाग ने मिश्रा को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सर्वोच्च न्यायालय ने कुछ शर्तों के साथ मृत्युंजय  मिश्रा को जमानत दी है और वह जमानत पर चल रहे हैं।

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