41 मजदूरों के जल्द बाहर निकलने की उम्मीद आ रही नजर, जल्द आ जाएंगे बाहर…
उत्तराखंड के उत्तरकाशी की सिल्क्यारा टनल से जुड़ा बड़ा अपडेट आ रहा है। टनल में 11 दिन से फंसे 41 मजदूरों के जल्द बाहर निकलने की उम्मीद नजर आ रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन के संबंध में आज 4 बजे अस्थाई मीडिया सेंटर में प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार एवं उत्तराखण्ड सरकार के सलाहकार भास्कर खुल्बे ने प्रेस ब्रीफिंग की। इस दौरान उन्होंने बताया कि ऑगर मशीन से पुनः ड्रिलिंग शुरू कर दी गई है जिससे 6 मीटर ड्रिलिंग में और सफलता मिली है। अब तक कुल 45 मीटर तक ड्रिलिंग पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा कि आने वाला समय हम सब के लिए और अधिक महत्वपूर्ण होने वाला है।
इस दौरान एम.डी (एनएचआईडीसीएल ) महमूद अहमद ने बताया कि टनल के अंदर 900 एम.एम पाइप को पुश किया गया था। वर्तमान समय में टेलीस्कोपिक मेथड से 900 एम.एम पाइप के अंदर, 800 एम.एम के पाइप को भी पुश कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि ऑगर मशीन से पुनः ड्रिलिंग शुरू करते हुए कुल 39 मीटर तक ड्रिलिंग पूरी कर ली गई है। शेष स्थान पर ड्रिलिंग का कार्य तेज़ी से किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने बताया की बड़कोट वाले छोर से होरिजेंटल ड्रिलिंग का कार्य शुरू हो गया था। जिसमें तीसरा ब्लास्ट कर लिया गया है। सचिव उत्तराखण्ड शासन डॉ. नीरज खैरवाल ने बताया कि पूर्व में अंदर फंसे श्रमिकों के साथ वीडियो के माध्यम से संवाद हुआ था। अब एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की मदद से ऑडियो कम्युनिकेशन सेटअप तैयार कर लिया गया है। जिसमें वायर, माइक्रोफोन और स्पीकर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
सचिव डॉ. खैरवाल ने बताया कि ऑडियो कम्युनिकेशन सेटअप तैयार होने के उपरांत अंदर फंसे श्रमिकों की सबसे पहले डॉक्टर से बात करवाई गई। इस क्रम में सभी श्रमिकों की एक-एक करके डॉक्टर से बात करवाई जा रही है एवं उनका हाल-चाल जाना जा रहा है। उन्होंने कहा की अंदर फंसे लोगों को जरूरी दवाईयां भेजी जा रही है। इसके अतिरिक्त मूलभूत सामग्री जैसे टॉवल, ब्रश, छोटे कपड़े भी भेजे जा रहे है। साथ ही श्रमिकों की मेंटल हेल्थ को ध्यान रखते हुए मनोचिकित्सक से भी उनकी बात कराई जा रही है। अंदर फंसे सभी श्रमिक सुरक्षित हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार एवं उत्तराखण्ड सरकार के सलाहकार भास्कर खुल्बे, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, कमांडेंट एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी मौजूद रहे।