Crime : रिलायंस ज्वेलरी शोरूम डकैती में सहसपुर पुलिस ने एक को किया गिरफ्तार
देहरादून। उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में डकैती मामले में मुख्य आरोपी के ममेरे भाई को सहसपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी से दो जिंदा कारतूस, 325 बोर का तमंचा भी मिला। पुलिस आरोपी से गहन पूछताछ करने में जुटी है।
उत्तराखंड स्थापना दिवस पर रिलायंस कंपनी की ज्वैलरी शॉप में दिनदहाड़े डकैती हुई थी। राष्ट्रपति दौरे के बीच इस वारदात ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा दिए थे। लिहाजा, सीएम को भी इस मामले में पुलिस पर सख्ती करनी पड़ी थी। पुलिस डकैतों की खोज को लगातार दबिश दे रही है। लेकिन, मुख्य आरोपी पकड़ से बाहर चल रहे हैं।
दूसरी ओर, सहसपुर थाना पुलिस को इस बीच कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रिंस कुमार के ममेरे भाई सुड्डू पुत्र शत्रुघन सिंह निवासी जमालपुर अमनौर मडौडा सारन बिहार को रामपुर पीठ बाजार के पास सारना नदी से धर दबोचा।
आरोपी से 315 बोर का तमंचा और दो कारतूस भी मिला, जिसके बाद उसके खिलाफ सहसपुर में आर्म्स ऐक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया। थानाध्यक्ष गिरीश नेगी ने बताया कि डकैती के गैंग ने जासूसी के लिए उसे भेजा था। इसके बाद से ही आरोपी क्षेत्र में आकर पुलिस कार्रवाई पर नजर रख रहा था।
सेलाकुई में किराये पर रहे पांच आरोपी : राजपुर रोड पर रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में डकैती डालने वाले गैंग ने 17 सितंबर को ही सेलाकुई में किराये पर कमरा ले लिया था। इसके लिए आरोपियों के एक साथी ने 15 और 16 सितंबर को वहां कई घर तलाशे। तब पांच बदमाशों ने घंटाघर के पास फास्टफूड का काम करने की बात कहकर बंजारा गली तिराहे के पास सतीश कुमार का मकान किराये पर लिया। एसएसपी अजय सिंह ने बताया, सेलाकुई से आरोपियों के बारे में सुराग मिले हैं।
आरोपियों ने 12 हजार रुपये महीने में कमरा लिया था। इनमें छह हजार रुपये एडवांस दिए गए थे। 16 अक्तूबर को पीड़ित अपनी मां को लेकर पीजीआई चंडीगढ़ चले गए थे। इस बीच, मकान पर केवल किरोयदार रहे। पांचों बदमाश छह हजार रुपये के अलावा शेष किराया चुकाए बिना फरार हो गए थे। इसके बाद आरोपी कहां गए, इसका पता लगाया जा रहा है।
उधर, पुलिस ने रिलायंस शोरूम और हरिद्वार गेस्ट हाउस से मिली इन आरोपियों की वीडियो फुटेज मकान मालिक सतीश कुमार को भी दिखाई। उन्होंने वारदात में शामिल प्रिंस, विक्रम और अन्य दो आरोपियों की अपने घर में किराये पर रहने की पुष्टि की।
11 दिन बाद भी हत्थे नहीं चढ़े मुख्य आरोपी : डकैती की चर्चित वारदात में दून पुलिस ने बदमाशों की मदद करने वाले दो लोग गिरफ्तार किए हैं। वहीं डकैती डालने पहुंचे दो युवकों पर दो, दो लाख का इनाम घोषित किया गया है। इसके अलावा बाकी की पहचान का पुलिस ने दावा नहीं किया है। अब तक पुलिस डकैती डालने पहुंचे एक भी बदमाश को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। न ही डकैती में लूटे गए करोड़ों रुपये के गहने बरामद हुए हैं।
छठ पर्व खत्म, बिहार में पुलिस की दबिश जारी : डकैती डालने वाला गैंग बिहार के वैशाली का है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि छठ पर्व चलने के कारण अब तक स्थानीय पुलिस से खास मदद नहीं मिल पा रही थी। दबिश में दून पुलिस को चुनौतियां पेश आ रही थीं। उन्होंने बताया कि छठ पर्व समाप्त होने पर बिहार में बदमाशों की तलाश के लिए पुलिस की सक्रियता बढ़ाई गई है। उन्होंने घटनाक्रम में कार्रवाई को लेकर सोमवार दोपहर एसटीएफ टीम के साथ प्रकरण की समीक्षा की और निर्देश भी दिए।