सिलक्यारा टनल हादसे में बड़ा अपडेट, मशीन ले जा रहा वाहन हादसे का शिकार, PM ने लिया फीडबैक…
उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल हादसे का आज 9वां दिन है। एक ओर टनल में फंसे 41 मजदूर परेशान हो रहे हैं। वहीं अभी तक राहत बचाव टीम को कोई सफलता नहीं मिल पाई है। उत्तरकाशी के टनल में फंसे मजदूरों को रेस्क्यू करने के लिए देहरादून से ले जाए जा रही मशीन भी हादसे का शिकार हो गई है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत कर उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों के लिए चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्यों का अपडेट लिया।
मिली जानकारी के अनुसार नरेंद्र नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत गुजराड़ा के पास एक ट्राला अनियंत्रित होकर खाई में गिर गया। ट्राला में देहरादून से उत्तरकाशी के टनल में फंसे मजदूरों को रेस्क्यू करने के लिए मशीन ले जाए जा रही थी, लेकिन वाहन के खाई में गिरने से उसमे रखी एक मशीन भी क्षतिग्रस्त हो गई है, साथ ही ट्राला चालक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस मामले में अग्रिम कार्रवाई कर रही है । घटना कैसे हुई इसकी भी जांच की जा रही है।
वहीं बताया जा रहा है कि टनल में ड्रिलिंग का काम चल रहा है। सुरंग के ऊपर से सड़क बनाई जा रही है। ड्रिलिंग करके करीब 1200 मीटर की अस्थायी सड़क बनाने का प्लॉन है। रविवार शाम तक 900 मीटर सड़क बना ली गई थी सड़क निर्माण के दौरान सुरंग में कंपन होने के बात सामने आई है। अभी सड़क का करीब 100 मीटर निर्माण होना शेष है। जबकि सुरंग के अदंर मजदूरों तक 125 एमएम का पाइप डालने का कार्य चल रहा। देर रात को यह पाइप 57 मीटर तक डाला गया। लेकिन, पाइप का एलाइमेंट गलत दिशा में गया। पाइप का एलाइमेंट सही करने का प्रयास किया जा रहा है।
वहीं दूसरी ओर टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए चल रहे राहत बचाव कार्यों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बातचीत की है। पीएम मोदी ने कहा, केंद्र सरकार की ओर से सभी जरूरी उपकरण और संसाधन लगातार उपलब्ध कराए जा रहे हैं। साथ ही केंद्र और राज्य की एजेंसियों के समन्वय से मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा। फंसे हुए मजदूरों का मनोबल बनाए रखने की जरूरत है।
वहीं सोमवार सुबह पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे और पीएमओ के उप सचिव मंगेश घिल्डियाल ने बचाव अभियान में शामिल सभी संबंधित विभागों (आरवीएनएल, नवयुग, ओएनजीसी, राज्य पीडब्ल्यूडी, बीआरओ और टीएचडीसी) से अपील की और उनसे मजदूरों को बचाने के लिए किए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का शाम तक की रिपोर्ट उपलब्ध कराने का के लिए कहा।