नरेन्द्र नगर: नए छात्रों को बताए नशे के दुष्प्रभाव
नरेन्द्र नगर। ड्रग्स रोग निवारक एवं व्यसन कारक दोनों ही प्रकार के होते हैं इनके निश्चित सेवन से जीवन रक्षण और अधिक मात्रा में सेवन नशे का कारण बन जाता है। उक्त विचार नव प्रवेशित छात्रों में नशे के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में व्यापक मंथन के बाद स्पष्ट हुआ।
मंगलवार को धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर की “धूम्रपान एवं मादक द्रव्य निषेध समिति व एंटी ड्रग्स सेल” के तत्वाधान में नए प्रवेशित छात्रों में ड्रग्स के बारे में फैली भ्रांतियां को दूर करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया।
नशीली दवाओं के दुरुपयोग से नशे की लत लगना और एक व्यसन का रूप धारण करना आम होता जा रहा है, जो कि सभ्य समाज के लिए एक गंभीर चुनौती है। वक्ताओं के विचार मंथन से यह तथ्य स्पष्ट हुआ कि नशे के व्यसन से शारीरिक, मानसिक नुकसान के साथ आर्थिक नुकसान भी होता है, और अंततोगत्वा व्यसनी को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ता है।
कार्यक्रम का सार रहा कि इस प्रकार की समस्या को तेजी से फैलने से बचाने के लिए वृहद स्तर पर कॉलेज के युवक और युवतियों की भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। इस दिशा में एक पहल करते हुए एंटी ड्रग समिति ने आज बीसीए प्रथम वर्ष के छात्र आयुष भंडारी एवं बीएससी की छात्रा अंबिका सेमवाल को एंट्री ड्रग एंबेसडर नियुक्त किया है।
इस अवसर पर समिति की संयोजक डॉक्टर विजय प्रकाश भट्ट सदस्य डॉ हिमांशु जोशी, डॉ विक्रम सिंह बर्त्वाल, डॉ ज्योति शैली के अलावा बड़ी संख्या में कॉलेज प्राध्यापक, कर्मचारी, छात्र एवं छात्राएं मौजूद रहे।