दानकोट गांव के दक्षिण काली मंदिर में माता की संगमरमर की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के बाद हुई स्थापित
विक्रम सिंह बर्त्वाल
रुद्रप्रयाग। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ ढोल, दामाऊ, शंखों की दिव्य ध्वनियों के बीच दानकोट गांव स्थित दक्षिण काली के मंदिर में सोमवार को काली माता की संगमरमर की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई।
रुद्रप्रयाग जिले के तल्ला नागपुर पट्टी के दानकोट गांव में दो दिवसीय दक्षिण काली की पूजा का कार्यक्रम ग्राम वासियों द्वारा आयोजित किया गया है। काली माता मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा आचार्य आशुतोष वशिष्ठ द्वारा विधि विधान से की गई। सोमवार को गांव के कलिंका तोक स्थित मंदिर में आचार्य द्वारा पंचांग पूजन के बाद काली माता की प्रस्तर मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। प्राण प्रतिष्ठा में जलवास, अन्नवास, धृतवास, शैय्यावास, धनवास, फलवास की प्रक्रिया के संपादन के साथ षोडसोचार पूजन के वाद काली माता को दिव्य स्थान पर स्थापित किया गया।
ग्राम देवता, स्थान देवता, ईष्ट देवताओं के आवाह्न के साथ महिला मंगल दल एवं नवयुवक मंगल दलों द्वारा भजन कीर्तन का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। दिव्य चरणामृत, रोट प्रसाद के वितरण के साथ सभी कीर्तन एवं भजनार्थीयो को विदा किया गया। इसके साथ ही देवी पूजन, हवन एवं भंण्डारे के साथ देवी पूजन एवं प्राण प्रतिष्ठा का दो दिवसीय कार्यक्रम देवी के आशीष के साथ संपन्न हो गया।
इस अवसर पर कलिंग के मंदिर को विशेष प्रकाश एवं फूलों से सजाया गया है। देवी पूजन एवं अनुष्ठानिक प्रक्रिया में मंदिर के पुजारी जीत सिंह मेवाल, मनीष मेवाल के अलावा भगत सिंह बर्त्वाल, विक्रम सिंह बर्त्वाल, मातवर सिंह बर्त्वाल, जयवेंद्र सिंह बर्त्वाल, अरविंद, देवेंद्र जगदीश सिंह, विजय सिंह, पवन सिंह, महेंद्र सिंह, भूपेंद्र सिंह, योगम्बर, दिगंबर, गजेंद्र, भरत सिंह, नत्था, दिनेश आदि बर्त्वाल बन्धुओं के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाए, नवयुवक एवं पड़ोसी गांवों के ग्रामीण मौजूद रहे।