दें बधाईः उत्तराखंड की पांच बेटियां बनी आईएएस अफसर, एक बनी जज…
Uttarakhand News: उत्तराखंड की बेटियां हर क्षेत्र में प्रदेश का नाम रोशन कर रही है। मंगलवार का दिन प्रदेश की बेटियों के नाम रहा। पहाड़ के छोटे-छोटे गांव से निकल उत्तराखंड की 6 बेटियों ने देश में फतह का परचम लहराया है। बता दें कि एक बेटी जज बनी है तो पांच बेटियां IAS अफसर बन गई। बेटियों की उपलब्धि से क्षेत्र में खुशी की लहर है। उन्हें बधाई देने वालों का तांता गया है।
एक टिहरी में बनी जज, तो पांच बनी अफसर
मिली जानकारी के अनुसार रुद्रप्रयाग जिले के बेंजी गांव की अंजलि बेंजवाल बहुगुणा ने हायर ज्यूडिशरी सर्विस (एचजेएस) से अतिरिक्त सत्र एवं जिला न्यायाधीश टिहरी गढ़वाल में प्रथम नियुक्ति प्राप्त की है। तो वहीं संघ लोक सेवा आयोग में चमोली जिले के बांगड़ी कपीरी गांव की मुद्रा गैरोला, रुद्रप्रयाग जिले के स्वीली भरदार की कंचन डिमरी, बागेश्वर जिले के दर्शानी गांव की कल्पना पांडे, उधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर की गरिमा नरूला, और नैनीताल के कालाढूंगी की दक्षिता जोशी का चयन आईएएस में हुआ है।
पहले प्रयास में पाई 39 वी रैंक
बता दें कि रुद्रपुर की ईश्वर कॉलोनी निवासी गरिमा ने पहले ही प्रयास में आईएएस की परीक्षा में 39 वी रैंक प्राप्त की। इनके पिता बिपिन नरूला एक पैथोलॉजी लैब में प्रबंधक हैं व माता शारदा नरूला गृहणी हैं। गरिमा ने वर्ष 2017 में सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा में उधम सिंह नगर जिला टॉप भी किया था। वहीं बागेश्वर में गरुड़ निवासी कल्पना पांडे की 102 रैंक आई है।
बिना कोचिंग पाया मुकाम
वहीं हल्द्वानी पीलीकोठी निवासी दीक्षिता जोशी ने बिना कोचिंग लिए तीसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में 58वीं रैंक हासिल की है। उन्होंने आईएएस अधिकारी बनकर देशभर में प्रदेश और जिले का मान बढ़ाने का काम किया है। दीक्षिता की माता दीपा जोशी पहाड़पानी के खीमराम आर्य राजकीय इंटर कॉलेज में हिंदी विषय की प्रवक्ता है और पिता आईके पांडे नैनीताल बीडी पांडे अस्पताल में फार्मासिस्ट के पद पर तैनात हैं।