उत्तराखंड में वाहन चालको का होगा ई चालान, एएनपीआर कैमरों का शुभारंभ…
Uttarakhand News: उत्तराखंड में वाहन चालको के लिए काम की खबर है। प्रदेश अब एएनपीआर यानी ऑटाेमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन कैमरे के दायरे में होगा। कई जगहों पर एएनपीआर कैमरा लगाया गया है, वहां ट्रैफिक नियमाें का उल्लंघन करते ही रजिस्टर्ड मोबाइल पर ई-चालान का मैसेज आएगा। 8 ट्रैफिक नियमाें का उल्लंघन करने पर जुर्माना हो जाएगा ।
मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय से परिवहन विभाग द्वारा तैयार किए गए ऑटोमैटिक नम्बर प्लेट रिकग्निशन सिस्टम (ए.एन.पी.आर) का शुभारंभ किया है। इससे प्रदेश के प्रमुख मार्गों में यातायात के नियमों के अनुपालन एवं कर अपवंचन संबंधी प्रकरणों में ऑनलाइन मॉनिटरिंग की सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ए.एन.पी.आर कैमरे लगाने की जहां भी आवश्यकता पड़ रही है उन स्थानों का चयन कर वहां इसकी सुविधा उपलब्ध करायी जाए।
एस.एम.एस मिलेगी चेतावनी
इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यातायात के नियमों के पालन एवं सड़क सुरक्षा की दृष्टि से यह एक अच्छी शुरूआत है। ए.एन.पी.आर कैमरे लगने से लोग यातायात के नियमों का पालन करेंगे। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिये कि ए.एन.पी.आर कैमरे के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए।
उन्होंने कहा कि इस कैमरे में अभी शुरूआती चरण में जो लोग यातायात के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, उनको चेतावनी के एस.एम.एस भेजे जाएं।
इन ट्रैफिक नियमाें का उल्लंघन करने पर होगा जुर्माना
इन 8 ट्रैफिक नियमाें का उल्लंघन करने पर जुर्माना होगा। इनमें हेलमेट नहीं पहनना, सीट बेल्ट नहीं लगाना, ओवर स्पीडिंग, स्टॉप लाइन वॉयलेशन, रॉग साइड ड्राइविंग, ट्रिपल राइडिंग, वाहन चलाते मोबाइल पर बात और ट्रैफिक सिग्नल का उल्लंघन शामिल है। 90 दिन के अंदर जुर्माना जमा नहीं करने पर वाहन सॉफ्टवेयर से गाड़ी को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। इसके बाद प्रदूषण प्रमाणपत्र नहीं बनेगा और बीमा भी नहीं होगा। इसके साथ ही खरीद-बिक्री पर भी रोक लगेगी।
क्या है एएनपीआर कैमरा
एएनपीआर मतलब स्पीड कैप्चर करने वाले कैमरे में इस्तेमाल होने वाली तकनीक। यह इमेज प्रोसेसिंग पर बेस्ड तकनीक है, जो वाहन नंबर प्लेट्स को पढ़ने के लिए ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन का यूज करती है। एएनपीआर पुलिस के लिए भी उपयोगी है, जो एकत्र किए गए डेटा को ब्राउज कर सकता है और संदिग्ध वाहनों या किसी अपराध में शामिल वाहनों की जांच कर सकता है