चैत्र नवरात्रि: अष्टमी तिथि पर 700 साल बाद बन रहा ग्रहों का महासंयोग, जानें किन चार राशियों को होगा लाभ..
चैत्र नवरात्रि: इस बार अष्टमी तिथि बेहद खास होने जा रही है। आइए आपको बताते हैं कि इसके पीछे क्या कारण है। इस महाअष्टमी पर ग्रहों का दुर्लभ संयोग बन रहा है। ग्रहों का यह संयोग पूरे 700 साल बाद बन रहा है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चैत्र नवरात्रि में महाअष्टमी के दिन 6 प्रमुख ग्रह चार राशियों में विराजमान रहेंगे। गुरु इस समय स्वराशि मीन में हैं और 28 मार्च को इसी राशि में अस्त हो जाएंगे। इसके बाद मेष राशि में बुध का गोचर होगा। दूसरी तरफ, सूर्य मीन राशि में और शनि कुंभ राशि में विराजमान हैं। वहीं, शुक्र और राहु मेष राशि में बैठे हुए हैं। इस महासंयोग के दौरान मालव्य, केदार, हंस और महाभाग्य योग का भी निर्माण होने जा रहा है। इस महायोग के निर्माण से कई राशियों के जातकों को विशेष लाभ की संभावना है। आइए जानते हैं इस महायोग से कौन सी राशियां लाभान्वित होंगी।
मिथुन राशि
इस महासंयोग के दौरान मिथुन राशि के जातक भाग्यशाली साबित होंगे। मिथुन राशि वालों को शुभ समाचार मिलने के संकेत हैं। शादी-शुदा लोगों के लिए दाम्पत्य जीवन अच्छा रहेगा। वहीं, अविवाहित लोगों के लिए विवाह के योग बनेंगे। वहीं, बिजनेसमैन को बाजारी लाभ मिल सकता है। राजयोगों के संयोग से शुभ समाचार प्राप्त हो सकते हैं।
कर्क राशि
यह महाअष्टमी कर्क राशि के जातकों के लिए शुभ साबित होगा, क्योंकि इस दिन हंस और मालव्य का राजयोग बन रहा है। कार्यक्षेत्र में पद-प्रतिष्ठा प्राप्त होने की संभावना है। नौकरी की तलाश वाले लोगों को अच्छी नौकरी मिलने के संकेत हैं। इसके अलावा, कार्यस्थलों पर सहकर्मियों का सहयोग प्राप्त होगा।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए यह महासंयोग शुभ साबित होगा। यह समय छात्रों के लिए बढ़िया रहने वाला है। बिजनेस करने वाले जातकों के लिए भी यह समय बेहतर रहने वाला है। नौकरी मिलने की संभावना है। बिजनेस में निवेश के नए रास्ते खुलेंगे।
मीन राशि
इस महासंयोग के दौरान मीन राशि के जातकों को समाज में मान सम्मान मिलेगा। माता रानी के आशीर्वाद से रुके हुए सभी कार्य पूरे हो सकते हैं। नौकरी करने वाले लोगों के लिए यह महासंयोग शुभ समाचार ला सकता है। पद-प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी के संकेत हैं।