न्यूज डेस्क। कोविड 19 के बाद सबसे ज्यादा खतरनाक VIRUS का नाम बदलने की तैयारी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) खतरनाक मंकीपाक्स वायरस (Monkeypox) का नाम बदलने को अंतिम रूप दे रहा है। अब मंकीपाक्स को एमपीओएक्स (MPOX) के नाम से जाना जाएगा।
अमेरिका के एक समाचार पत्र द पोलिटिको की रिपोर्ट की मानें तो बाइडन प्रशासन के बढ़ते दबाव और आग्रह के चलते World Health Organization ने यह फैसला लिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस फैसले की घोषणा बुधवार को की जा सकती है। इससे पहले डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस एडनाम घेब्रेयस ने कहा था कि दुनिया भर के विशेषज्ञ Monkeypox Virus का नाम बदलने के लिए चर्चा कर रहे हैं।
बता दें कि दुनिया के लगभग 30 देशों में मंकीपाक्स वायरस (Monkeypox Virus) का प्रकोप है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनाम घेब्रेयस ने कहा कि दुनिया भर के विशेषज्ञ मंकीपाक्स वायरस का नाम बदलने के लिए चर्चा कर रहे हैं। दरअसल रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वायरस के चलते अमेरिका में भारी दबाव है। इसके मुताबिक बाइडन प्रशासन का कहना है कि यह देश में टीकारण अभियान को प्रभावित कर रहा है।
गौरतलब है कि मई, 2022 की शुरुआत में मंकीपाक्स का मामले सामने आया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक शुरुआत में मंकीपाक्स के अधिकांश मामले पश्चिम और मध्य अफ्रीका में सामने आए। इसके बाद यह यूरोप व उत्तरी अमेरिका के देशों में यह तेजी से पांव पसार रहा है। अब तक दुनिया के 30 देशों में यह वायरस अपना पांव पसार चुका है।
जुलाई में वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल हुआ था घोषित
WHO के मुताबिक 78 देशों से विश्व स्तर पर मंकीपाक्स के 18,000 से अधिक मामले सामने आए हैं। इनमें से अधिकांश मामले यूरोप में हैं। डब्ल्यूएचओ ने जुलाई में इस वायरस को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया। संगठन ने कहा कि अब तक अफ्रीका के देशों के बाहर 98 फीसद मामले पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में पाए गए हैं। उस वक्त डब्ल्यूएचओ के आपात निदेशक माइक रयान ने कहा था कि मंकीपाक्स नाम हथियार के तौर पर या नस्लवादी तरीके से इस्तेमाल होने से बचने के लिए इस नाम बदलने की प्रक्रिया में हैं ।