न्यूज डेस्क। श्रीलंका में लंबे समय से चल रहे आर्थिक-राजनीतिक संकट में शनिवार को नया मोड़ आ गया है। दरअसल आज हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन पहुंचे और राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के आधिकारिक आवास पर हमला बोल दिया। भीड़ इतनी आक्रामक थी कि उसे रोक पाने में पुलिस भी नाकाम रही। फिलहाल राष्ट्रपति को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है। पूरे मामले पर पीएम महिंदा राजपाक्षे ने आपात बैठक बुलाई है।
प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति आवास में घुसे और वहां राष्ट्रपति कार्यालय सहित पुरानी संसद पर कब्जा कर लिया। ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी हाथ में श्रीलंका का राष्ट्रीय ध्वज लिए राष्ट्रपति भवन के अंदर स्विमिंग पूल में तैरते व उसके आसपास दिखाई दिए हैं। यहां प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोकने की असफल कोशिश भी की। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प में दो पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 30 लोग घायल हो गए। हजारों प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन को अवरुद्ध करने वाले पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ दिए।
उधर पुरानी संसद में भी हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी पहुंचे और नारेबाजी की। ऐसा माना जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने कोलंबो पर चढ़ाई की लंबी तैयारी कर रखी थी। एजेंसी की खबरों के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने रेलवे अथॉरिटी को कोलंबो में रैली के लिए ट्रेन चलाने को मजबूर किया था। बताते चलें कि श्रीलंका में आर्थिक व राजनीतिक संकट इतने गहरा गए थे कि लोगों ने आरपार की लड़ाई को ही अंतिम विकल्प के तौर पर चुना। यही नहीं राजपक्षे पर मार्च से ही इस्तीफा देने का दबाव बढ़ रहा था।