राजनीतिक उठापटक: बीजेपी मे दो तो कॉंग्रेस में एक नेता की एंट्री
अभिज्ञान समाचार/ देहरादून। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं। वैसे ही राजनीतिक दलों से खफा चल रहे राजनेता समय रहते दल बदलने में लगे हैं। ऐसा ही कुछ रविवार को देखने को मिला। एक ओर जहां दो नेता कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। वहीं आम आदमी पार्टी से भी एक नेता ने पल्ला झाड़ते हुए कांग्रेस का हाथ थामा।
हेम आर्य 2017 में भाजपा से टिकट न मिलने पर कांग्रेस में शामिल हुए थे। उन्होंने 2012 में भाजपा की ओर से नैनीताल सीट से चुनाव लड़ा था। वह 5000 वोटों से सरिता आर्य से पराजित हुए थे। आर्य के साथ नैनीताल कांग्रेस कमेटी के महामंत्री डूंगर सिंह, वरिष्ठ नेता नवीन नैनवाल, विजय कुमार, हरीश आर्य आदि समर्थक शामिल हुए।
राजेश्वर पैन्यूली पूर्व में भाजपा में थे, लेकिन वर्ष 2007 में टिकट ने मिलने पर पार्टी छोड़ दी थी। वर्ष 2018 में वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वे प्रतापनगर विधानसभा से लगातार तीन बार बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं। छह हजार से ज्यादा वोट लेते रहे। आरटीआई कार्यकर्ता के रूप में डोबरा चांटी पुल को अंजाम तक पहुंचाने में वे काफी सक्रिय रहे। पैन्यूली के साथ जाखनीधार के पूर्व कनिष्ठ ब्लाक प्रमुख साहेब सिंह कुमाईं, युवा कांग्रेस के पूर्व ब्लाक अध्यक्ष केशव रावत, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुंदर सिंह रावत, ग्राम प्रधान रोशन लाल, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य राणा मोहन सिंह, पूर्व प्रधान जीत सिंह रावत आदि शामिल हुए।
पूर्व आईपीएस अधिकारी अनंतराम चौहान ने आप को कहा अलविदा थामा कांग्रेस का हाथ
वहीं आम आदमी पार्टी के नेता और उत्तराखंड के पूर्व आईपीएस अधिकारी अनंत राम चौहान दिल्ली में पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए। बताया जा रहा है कि, पार्टी में अपनी अनदेखी से अनंत राम नाराज और आम आदमी पार्टी के विकास नगर सीट से अपनी दावेदारी जता रहे थे। बता दें कि उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी ने तीन कार्यकारी अध्यक्ष बनाए हैं, इसमें पूर्व आईपीएस अधिकारी रहे अनंत राम चौहान शामिल थे।