अभिज्ञान समाचार/ संस्कृति डेस्क।
दीपावली दीपों और रोशनी का त्योहार है जो कि प्रकाश, ज्ञान और धन-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। यह त्योहार पूरे भारत में हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस साल दिवाली 4 नवंबर, गुरूवार के दिन पड़ रही है। सभी त्योहारों में सबसे महत्वपूर्ण त्योहार, दीपावली को शांति और आनंद के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत और अंधेरे पर प्रकाश की जीत को दर्शाता है।
हिंदू धर्म की पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह माना जाता है कि भगवान राम अपनी पत्नी सीता और छोटे भाई लक्ष्मण के साथ लंका के राजा, रावण को पराजित कर अयोध्या लौटे तो ऐसे में अयोध्या के लोगों ने बड़े उत्साह से तीनों का स्वागत किया था। नगरवासियों ने पूरी नगरी को दीयों से रोशन कर दिया था। इसी क्रम में यह परंपरा आज तक जारी है। और उनकी याद में यह त्योहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। दीपावली पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। हिंदू धर्म में देवी माता लक्ष्मी को धन-दौलत, सुख समृद्धि, वैभव एवं शांति देने वाला माना गया है। ऐसी मान्यता है कि दीपावली पर माता लक्ष्मी की पूजा करने से सुख-समृद्धि और यश की प्राप्ति होती है। इसलिए दिवाली के दिन सुख-समृद्धि और यश की प्राप्ति के लिए माँ लक्ष्मी की विधिपूर्वक पूजा की जाती है।
जानिए, दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन का सही समय
- दीपावली की तिथि – 4 नवंबर 2021 दिन गुरुवार
- अमावस्या तिथि आरंभ – 4 नवंबर 2021 सुबह 06:03 बजे से
- अमावस्या तिथि समाप्त – 5 नवंबर 2021 को सुबह 02:44 बजे तक
- लक्ष्मी पूजा और भगवान गणेश पूजा का समय- सायं 06:09 से 08:20 बजे तक
पूजा मे इन बातों का रखें ध्यान
- दिवाली में पूजा के लिए सबसे पहले पूजा का संकल्प लें।
- दिवाली के दिन भगवान कुबेर, भगवान गणेश, माता लक्ष्मी, माता सरस्वती की पूजा मुख्य रूप से करें।
- एक लकड़ी की चौकी लेकर उसमे लाल कपड़ा बिछाएं।
- फिर 1 मुट्ठी अनाज चौकी पर रखें और उसके ऊपर जल से भरा एक कलश रखें।
- कलश में एक सुपारी, एक चांदी का सिक्का और एक फूल डालें।
- आम के पत्ते कलश पर डाल कर उसके ऊपर लाल कपड़े में लपेट कर एक जटा नारियल स्थापित कर दें और उनकी प्रतिमा के समक्ष 7,11 या 21 दीपक जलाएं।
- ॐ श्री श्री नमः का 11 बार या एक माला जाप करें।
- श्री यंत्र की पूजा करें और इसे उत्तर पूर्व दिशा में रखें।
- इस दिन देवी सूक्त का पाठ अवश्य करें। पूजा के अंत में गणेश जी की और मां लक्ष्मी की आरती करें।
- दीपावली के दिन देवी लक्ष्मी को सिंघाड़ा और अनार का भोग लगाना शुभ माना जाता है।
- कुछ लोग पूजा के दौरान सीताफल को रखना भी शुभ मानते है।
- इस दिन आप पूजा में गन्ना भी रख सकते हैं। भोग के रूप में देवी लक्ष्मी को हलवा और खीर और गणेश जी को लड्डुओं का भोग लगाया जाता है।