उत्तराखंड में कोरोना से हड़कंप: इस स्कूल में 85 बच्चे मिले कोरोना संक्रमित, सभी आइसोलेट, बाकी बच्चों को घर भेजने की तैयारी
अभिज्ञान समाचार/ नैनीताल। राज्य में कोरोना के मामलों में हो रही बढ़ोतरी ने सरकार और स्वास्थ्य विभाग के माथे पर बल ला दिया है। अब नैनीताल जिले से विद्यालय के बच्चों के कोरोना संक्रमित होने की खबर सामने आ रही है। नैनीताल जिले के गरमपानी स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय गंगरकोट (सुयालबाडी़) में 85 नौनिहाल कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। एक साथ 85 नौनिहालों के संक्रमित पाए जाने से प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मच गया है। फिलहाल सभी नौनिहालों को विद्यालय में ही आइसोलेट किया गया है। वहीं नेगेटिव पाए गए नौनिहालों को विद्यालय से घर भेजा जा सकता है।
यह भी पढ़ें 👉 उत्तराखंड में कोरोना ने बरपाया कहर, प्रदेश में 118 तो राजधानी दून में आए 85 मामले
बता दें कि इससे पहले यहां प्रधानाचार्य समेत 11 बच्चे संक्रमित मिले थे। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने सभी बच्चों की जांच कराई तो इतनी संख्या में एक साथ संक्रमित मिले। अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय गंगरकोट सुयालबाडी़ में बीते दिनों आरटीपीसीआर जांच के जरिए विद्यालय स्टाफ व विद्यार्थियों के नमूने जुटाए गए। दूसरे दिन आई रिपोर्ट में विद्यालय के प्रधानाचार्य समेत करीब 11 नौनिहाल कोरोना संक्रमित पाए गए। हरकत में आए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने विशेष शिविर लगा करीब 496 नौनिहालों के स्वैब के नमूने जांच को भेजें। शनिवार को मिली रिपोर्ट में विद्यालय के 85 नौनिहाल कोरोना संक्रमित पाए गए है। एक साथ 85 नौनिहालों के संक्रमित पाए जाने से हड़कंप मच गया है। उपजिलाधिकारी राहुल साह के निर्देश पर पहले ही विद्यालय को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जा चुका है।
यह भी पढ़ें 👉 नए साल के पहले दिन उत्तराखंड में आए ओमिक्रॉन के चार नए मामले, मचा हड़कंप
वहीं अब बडी़ संख्या में कोरोना संक्रमित मिलने से स्वास्थ्य विभाग ने भी तैयारी तेज कर दी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार संक्रमित पाए गए नौनिहालों को विद्यालय में ही आइसोलेट करने की तैयारी शुरू कर दी है। उपचार के प्रबंध कर निगरानी भी बढ़ा दी गई है। सूत्रो के अनुसार फिलहाल जिन नौनिहालों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है उन्हें विद्यालय से घर भेजने की तैयारी शुरू कर दी गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भागीरथी जोशी के अनुसार संक्रमित नौनिहालों को विद्यालय में ही आइसोलेट किया जाएगा। निगरानी बढ़ाने के साथ ही विशेष टीम भी तैनात की जाएगी।