इस बार का करवा चौथ है खास, सालों बाद रोहिणी नक्षत्र में बन रहा है व्रत की पूजा का शुभ योग
अभिज्ञान समाचार/ देहरादून।
आज करवा चौथ का व्रत है। महिलाएं पूरी श्रद्धा के साथ व्रत को पूर्ण करने का प्रण लेती हैं। प्रातः से रात्रि को चांद देखने तक महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। रात में चांद का दीदार करने और चलनी से पति का चेहरा देखने के बाद महिलाएं यह व्रत तोड़ती हैं। कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन यह व्रत किया जाता है और इस साल यह रविवार को पड़ रही है। माना जा रहा है कि करवा चौथ पर सालों बाद यह शुभ योग बन रहा है कि करवा चौथ के व्रत की पूजा रोहिणी नक्षत्र में की जाएगी। इसके अलावा रविवार को यह व्रत होने से भी इस सूर्यदेव का शुभ प्रभाव भी इस व्रत पर पड़ेगा।
जानें करवा चौथ व्रत का महत्व
करवा चौथ के व्रत को लेकर शास्त्रों में यह बताया गया है कि इसको करने से न सिर्फ पति की आयु लंबी होती है बल्कि इस व्रत को करने से वैवाहिक जीवन की सारी परेशानियां भी दूर होती हैं और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। कहते हैं कि सुहाग के व्रत को करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है और परिवार संकट से दूर रहता है। कहते हैं कि इस दिन माता पार्वती, शिवजी और कार्तिकेय का पूजन करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
तिथि और मुहूर्त
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि इस बार 24 अक्टूबर को पड़ रही है। इस दिन रविवार पड़ रहा है। इस बार करवा चौथ का व्रत 24 अक्टूबर को रखा जाएगा। चतुर्थी तिथि का आरंभ 24 अक्टूबर को रविवार सुबह 3 बजकर 1 मिनट पर होगा और समापन 25 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 43 मिनट पर होगा।
8 बजे रात दिखेगा चांद
रविवार को करवा चौथ के दिन देहरादून में चंद्रोदय रात 08 बजे होगा। हालांकि अलग-अलग स्थानों के चांद निकलने का समय भी अलग-अलग होता है।